Sharad Pawar On Aurangabad Renaming: उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के नेतृत्व वाली पिछली महा विकास अघाड़ी सरकार ने 29 जून को अपनी अंतिम कैबिनेट बैठक में औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर और उस्मानाबाद का नाम धाराशिव करने के प्रस्तावों को मंजूरी दी थी. अब इस मामले को लेकर राजनीति तेज हो गई है. दरअसल बीते रविवार को, एनसीपी प्रमुख पवार ने संवाददाताओं से कहा था कि "इन स्थानों का नाम बदलना एमवीए के कॉमन मिनिमम प्रोग्राम का हिस्सा नहीं था".


उन्होंने कहा कि यह मुझे निर्णय लेने के बाद ही पता चला. यह बिना किसी पूर्व परामर्श के लिया गया था. प्रस्ताव पर कैबिनेट बैठक के दौरान हमारे लोगों द्वारा राय व्यक्त की गई थी. लेकिन निर्णय (तत्कालीन) मुख्यमंत्री (ठाकरे) का था."


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AIMIM नेता ने शरद पवार पर साधा निशाना


इस बीच औरंगाबाद के लोकसभा सांसद और AIMIM नेता इम्तियाज जलील ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार का यह दावा कि वह शहर का नाम संभाजीनगर रखने के कदम से अनजान थे, "हास्यास्पद" है. एआईएमआईएम की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष जलील ने सोमवार को पवार पर निशाना साधा. जलील ने संवाददाताओं से कहा, "पवार का यह बयान कि उन्हें कैबिनेट की बैठक में नाम बदलने के प्रस्ताव के बारे में नहीं पता था और यह कि उन्हें पारित होने के बाद ही पता चला, हास्यास्पद है. वह डैमेज कंट्रोल के लिए औरंगाबाद का दौरा कर रहे हैं."


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