Anil Deshmukh Statement: 'पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि केंद्रीय एजेंसी का दुरुपयोग कर एनसीपी (NCP) को निशाना बनाया जा रहा है. महाराष्ट्र में ऐसी गंदी राजनीति कभी नहीं हुई थी. जिन राज्यों में भाजपा सत्ता में नहीं है, देश में झूठे आरोप लगाकर जांच शुरू करने का यह उद्योग चल रहा है. यह सिर्फ राजनीतिक विरोधियों को परेशान करने की कोशिश है. ईडी के दुरुपयोग को लेकर देश की तमाम विपक्षी पार्टियों ने राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया है. हम प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा कर रहे हैं.


अनिल देशमुख ने साधा निशाना
पूर्व गृह मंत्री देशमुख निजी दौरे पर यहां आए थे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा, 'राजनीति में विरोध होता है. हालांकि एजेंसी का गलत इस्तेमाल कर कुछ लोगों को पूछताछ के लिए बुलाकर जेल में डाल दिया जाता है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एनसीपी को निशाना बनाया जा रहा है. मुझ पर 100 करोड़ रुपये के गबन का आरोप लगाया गया था. हालांकि, जब वास्तविक चार्जशीट दायर की गई थी, तो उसमें केवल एक करोड़ 72 लाख का उल्लेख किया गया था.


लगाए ये आरोप
मुझ पर झूठा आरोप लगाया गया. मुझे प्रताड़ित किया गया. अदालत ने पाया कि मेरे खिलाफ आरोप अफवाह पर आधारित थे. प्रदेश में झूठे आरोप लगाकर जांच शुरू करने का उद्योग चल रहा है. संजय राउत को जेल भी हुई थी. अब जयंत पाटिल के लिए मुसीबत शुरू हो गई है. यह सिर्फ राजनीतिक विरोधियों को परेशान करने की कोशिश है. ईडी के दुरुपयोग को लेकर देश की तमाम विपक्षी पार्टियों ने राष्ट्रपति को बयान दिया है. हम प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं.' नोटबंदी को लेकर उन्होंने कहा, 'नोटबंदी ने पूरे समाज को प्रभावित किया है. 2000 की नोटबंदी क्यों की गई? इसका विस्तार से जवाब दिया जा रहा है. किस अर्थशास्त्री से पूछकर नोटबंदी की गई, ये जानकारी अब सामने आएगी.'


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