Dargah or Hindu Cave?: त्र्यंबकेश्वर स्थित ज्योतिर्लिंग मंदिर में शनिवार (13 तारीख) की रात कुछ युवकों ने घुसने का प्रयास किया था. इस घटना के बाद महाराष्ट्र में सनसनी फैल गई थी. आज नासिक के अनिकेत शास्त्री ने एक बार फिर दावा कर सनसनी मचा दी है. उन्होंने कहा है कि त्र्यंबकेश्वर में हजरत गुलाब शाहावली मस्जिद नहीं बल्कि एक मंदिर है. इस संबंध में 'सैम टीवी' ने एक रिपोर्ट दी है.


क्या कहा अनिकेत शास्त्री ने?
अनिकेत शास्त्री ने कहा, त्र्यंबकेश्वर में हजरत सैयद गुलाब शाहावली कोई मस्जिद नहीं बल्कि नाथ संप्रदाय का एक मंदिर है. यहां तीन भूभाग हैं. इसमें भगवान गणेश और अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां हैं. शास्त्रियों का कहना है कि इस दरगाह पर नाथ संप्रदाय का चिन्ह खुदा हुआ है. अनिकेत शास्त्री ने आगे कहा कि ज्ञानवापी की तरह इस मस्जिद का भी पुरातत्व विभाग को सर्वे करना चाहिए, तभी सच सामने आएगा.


क्या हुआ था उस दिन?
आद्य ज्योतिर्लिंग त्र्यंबकेश्वर मंदिर हिंदुओं के अलावा किसी को भी प्रवेश की अनुमति नहीं देता है. हालांकि, 13 मई की रात करीब 9:45 बजे कुछ लोगों ने उत्तर (महाद्वार) दरवाजे से जबरदस्ती घुसने की कोशिश की थी. ये सभी युवक अंदर चादर चढ़ाना चाहते थे. इस घटना के बाद से राज्य में कोहराम मच गया था. इस बार 10 से 12 युवकों ने मंदिर में घुसने का प्रयास किया. वहां तैनात एमएसएफ के जवानों ने उन्हें रोक लिया. उन्होंने कहा कि आप प्रवेश नहीं कर सकते.


इसके बाद वे करीब 15 मिनट तक वहीं रहे और अधिकारी से बात करते रहे लेकिन उन्हें एंट्री नहीं मिली और अंत में सभी लोग बिना प्रवेश लिए ही वापस चले गए. इस घटना के बाद से महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जांच के आदेश दिए थे इसके लिए SIT भी गठित की गई है. जो हर एंगल से मामले की जांच करेगी.


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