पहलगाम आतंकी हमले के बाद विपक्ष सरकार को घेर रहा है और संसद सत्र की मांग कर रहा है, क्या ये सही है? इस सवाल के जवाब में AIMIM के प्रवक्ता वारिस पठान ने कहा कि संसद सत्र होना चाहिए. वहां पर सब अपनी बात रखेंगे. उन्होंने कहा कि पहलगाम हमले के दोषियों को जितनी सजा दी जाए वो कम है. पाकिस्तान पीद्दी भर मुल्क है, एक एक्शन में खत्म हो जाएगा.
'कुछ लोग आतंकवादी की भाषा बोल रहे हैं'
न्यूज़ 24 से बातचीत में उन्होंने कहा कि आतंकवादियों ने धर्म पूछकर मारा इसके पीछे उनकी मंशा ये थी कि भारत के अंदर हिंदू-मुसलमान के बीच में नफरत पैदा करें. हम उनके मकसद में उनको क्यों कामयाब होने दें? मगर कुछ लोग हमारे देश में ऐसे भी हैं जो आतंकवादी की भाषा बोल रहे हैं. महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे, अब दुकान में जाकर कहेंगे कि हनुमान चालीसा पढ़. नहीं पढ़ेगा तो उसको वहां पर मारेंगे, क्या ये आतंकवादी की भाषा नहीं है?"
'बीजेपी को सियासत करने की क्या जरूरत है'
इसके आगे उन्होंने कहा, "कलकत्ता के अंदर एक महिला डॉक्टर ने गर्भवती मुस्लिम महिला का इलाज करने से मना कर दिया. ये जांच का विषय है. ये लोग तो आतंकवादियों के मकसद को कामयाब करने की बात कर रहे हैं. पूरा देश एक तरफ खड़ा है. हमारे पार्टी के प्रेसिंडेंट असदुद्दीन ओवैसी ने भी कहा कि सरकार जो भी फैसला लेगी, हम सब उसमें सहयोग करेंगे. 140 करोड़ भारतीय एक साथ खड़े हैं. अब बीजेपी को इसमें सियासत करने की क्या जरूरत है?"
'पीएम को सर्वदलीय बैठक में आना चाहिए था'
AIMIM प्रवक्ता ने ये भी कहा, "प्रधानमंत्री को सर्वदलीय बैठक में आना चाहिए था. पाकिस्तान की खिलाफत अगर किसी ने सबसे ज्यादा की तो वो हमारे अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने की. हर प्लेटफॉर्म पर की. हम देश के साथ खड़े रहेंगे."
हम चाहते हैं डायरेक्ट अटैक हो- पठान
वारिस पठान ने सवाल किया कि सिंधु नदी के पानी के सवाल पर उन्होंने कहा कि क्या पानी बंद हुआ क्या? पानी से कुछ नहीं होगा. हम तो चाहते हैं कि डायरेक्ट अटैक हो. पाकिस्तान को कब तक झेलेंगे, पाकिस्तान कब तक लाशें भेजता रहेगा?