Maharashtra News: शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे की मराठा आरक्षण आंदोलन को लेकर प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से दिल्ली में किसान मोर्चा निकाल रहे हैं उसे तरह से महाराष्ट्र में कई मोर्चे निकाले जा रहे हैं. दिल्ली में मोर्चे आ रहे हैं, उसको लेकर केंद्र सरकार को सोचना चाहिए कि क्या उनकी मांग है. जबकि ये न देखकर उनपर लेबल लगा दिया जाता है कि ये अर्बन नक्सल हैं या फिर किसी की स्क्रिप्ट पढ़ रहे हैं. किसी के साथ अन्याय हो रहा है तो उसका अपमान करना जरूरी नहीं है. 


आदित्य ठाकरे ने आगे कहा कि सरकार के कुछ लोग बोलते है कि मराठा आरक्षण के कार्यकर्त्ता मनोज जरांगे पर हमारा हाथ है. मुझे लगता है कि ये सब बोलने की जरूरत नहीं है. आपकी सरकार है आप हमें सामने बैठाकर बात करो, सरकार से तो बातचीत हो सकती है.    शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि गोखले ब्रिज हो या फिर और कोई विकास कार्य हो उसका उद्घाटन करने का काम सरकार को करना चाहिए. अगर सरकार के पास वक्त नहीं है तो फिर जनता के लिए सभी ब्रिज शुरू कर दिए जाने चाहिए. लेकिन सरकार के पास वक्त नहीं है.


मराठा आरक्षण को लेकर जालना में हंगामा
मराठा आरक्षण को लेकर महाराष्ट्र में मामला शांत होता नहीं दिख रहा है. सोमवार को फिर मराठा प्रदर्शनकारियों का आक्रोश देखने को मिला. प्रदर्शनकारियों ने जालना में एक बस को आग लगा दी, जिसके बाद कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए अंबाद तहसील में कर्फ्यू लगा दिया गया. वहीं छत्रपति संभाजीनगर, जालना और बीड जिलों में 10 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया. अपर मुख्य सचिव सुजाता सैनिक की तरफ से इस संबंध में आदेश जारी किए गए हैं.


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