UPSC Results 2024: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा में सफलता पाना देशभर में लाखों छात्रों की ख्वाहिश होती है, लेकिन कुछ ही इसे हकीकत में बदल पाते हैं. इस साल, महाराष्ट्र की यवतमाल जिले की अदीबा अहमद ने न सिर्फ खुद को इस कठिन परीक्षा में सफल किया, बल्कि वह राज्य की पहली मुस्लिम महिला IAS अधिकारी भी बन गईं. अदीबा ने देशभर में 142वीं रैंक हासिल कर यह उपलब्धि प्राप्त की है, जिससे उनके परिवार और दोस्तों में खुशी का माहौल है.

22 अप्रैल 2024 को घोषित UPSC के अंतिम परिणामों में महिला अभ्यर्थियों ने एक बार फिर अपनी मेहनत और संघर्ष का लोहा मनवाया है. जहां एक तरफ शक्ति दुबे ने पूरे परीक्षा में टॉप किया वहीं अदीबा ने भी 142वीं रैंक के साथ एक नया मुकाम हासिल कर लिया. यवतमाल जिले की अदीबा ने इस रैंक के साथ न केवल अपनी कड़ी मेहनत का फल प्राप्त किया, बल्कि अपने परिवार की उम्मीदों को भी पूरा किया है.

मैंने 12वीं के बाद ही कर लिया था तय- अदीबा

अदीबा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अबेदा इनामदार कॉलेज, पुणे से प्राप्त की. उन्होंने बी.ए. उर्दू और गणित में स्नातक किया और फिर UPSC की तैयारी शुरू की. अपनी सफलता का श्रेय अदीबा ने अपने परिवार को देते हुए कहा, “मैंने 12वीं के बाद ही ठान लिया था कि मुझे यूपीएससी क्रैक करना है. मुझे प्रेरणा मेरे मामा से मिली, जो एक NGO के सचिव हैं. उनके मार्गदर्शन ने मुझे इस दिशा में आगे बढ़ने का साहस दिया.” अदीबा के पिता, जो रिक्शा चालक हैं, और उनकी मां, जो एक गृहिणी हैं, दोनों ने अपनी बेटी के संघर्ष को समझा और उसका पूरा समर्थन किया.

तीसरी बार में मिली सफलता- अदीबा

अदीबा ने अपनी पहली कोशिश में UPSC के फाइनल लिस्ट में जगह नहीं बनाई, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और फिर से प्रयास किया. इस बार उनकी मेहनत रंग लाई और उन्हें सफलता मिली. उनका कहना है, “रास्ते में बहुत बार ऐसा लगा कि अब यह संभव नहीं है, लेकिन परिवार का समर्थन और मेरी मेहनत ने मुझे कभी पीछे मुड़ने नहीं दिया.”

अदीबा के परिवार, दोस्तों और रिश्तेदारों ने उनकी इस सफलता पर बधाई दी और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया. महाराष्ट्र में अदीबा की सफलता को लेकर उनके पिता ने कहा, “हमारी बेटी ने यह साबित कर दिया कि अगर दिल में ठान लिया जाए तो कोई भी मंजिल हासिल की जा सकती है. हम गर्व महसूस करते हैं कि हमारी बेटी ने यह इतिहास रचा.”

महाराष्ट्र के इन छात्रों को भी मिली सफलता

इस परीक्षा में महाराष्ट्र के अर्चित डोंगरे ने तीसरे स्थान पर आकर राज्य का नाम रोशन किया. वहीं मुलुंड की अंकिता पाटिल ने 303वीं रैंक हासिल की और उनकी कड़ी मेहनत को सराहा गया. अंकिता ने अपनी सफलता के पीछे 3-4 साल की कठिन मेहनत और परिवार के समर्थन को बताया.

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अदीबा और अन्य सफल अभ्यर्थियों को बधाई देते हुए ट्वीट किया, “मुझे बहुत खुशी है कि महाराष्ट्र के बेटे अर्चित डोंगरे ने संघ लोक सेवा आयोग 2024 की परीक्षा राज्य में प्रथम और राष्ट्रीय स्तर पर तीसरी रैंक के साथ उत्तीर्ण की है। मैं सभी सफल अभ्यर्थियों को बधाई देना चाहता हूं, जिनमें राष्ट्रीय स्तर पर पहला स्थान हासिल करने वाली शक्ति दुबे और दूसरा स्थान प्राप्त करने वाली हर्षिता गोयल भी शामिल हैं.”