राहुल गांधी के हालिया बयान पर सियासी सरगर्मी बढ़ गई है. 5 नवंबर को कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में फर्जी वोटिंग का आरोप लगाया था. अब इस पर सपा नेता अबू आसिम आजमी ने उनकी बात का समर्थन करते हुए चुनाव आयोग की निष्क्रियता पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों को इस मामले पर एकजुट होकर आवाज उठानी चाहिए.
लोकतंत्र को बचाना है तो आयोग को तुरंत इस तरह के मामलों पर कार्रवाई करनी चाहिए. आजमी ने जोड़ा कि विपक्षी दलों का यह कर्तव्य है कि वे एक साथ आकर फर्जी मतदान के खिलाफ ठोस कदम उठाएं.
बोगस वोटिंग हो रही है, सरकार चुप क्यों है?- अबू आजमी
अबू आजमी ने कहा कि राहुल गांधी बार-बार इस बात को उजागर कर रहे हैं कि बोगस वोटिंग हो रही है, गलत लोग वोट डाल रहे हैं, लेकिन न चुनाव आयोग और न ही सरकार इस पर कोई कार्रवाई कर रही है. उन्होंने कहा कि जब सत्ता में बैठे लोग चुप रहते हैं तो यह लोकतंत्र का मजाक बन जाता है. एएनआई को दिए आजमी के बयान के मुताबिक, “अगर सरकार और आयोग अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाएंगे तो जनता का भरोसा चुनावी प्रक्रिया से उठ जाएगा.”
विपक्ष को बताया निर्णायक शक्ति
सपा नेता ने आगे कहा कि अब समय आ गया है कि विपक्ष अपनी भूमिका को गंभीरता से निभाए. उन्होंने सुझाव दिया कि सभी विरोधी दलों को मिलकर फर्जी मतदान की जांच के लिए एक साझा मंच तैयार करना चाहिए. आजमी ने कहा कि अगर विपक्षी एकता दिखेगी, तो ही चुनावों में पारदर्शिता आएगी. उन्होंने राहुल गांधी के रुख को लोकतंत्र की मजबूती की दिशा में उठाया गया साहसिक कदम बताया.