MP News: मध्य प्रदेश के जबलपुर रेलवे स्टेशन से एक हैरान कर देने वाली और शर्मनाक घटना सामने आई है. यहां एक यात्री को सिर्फ समोसे के पैसों के चक्कर में अपनी घड़ी तक उतारनी पड़ गई. मामला इतना छोटा था कि जिस पर किसी तरह का विवाद नहीं होना चाहिए था, लेकिन बात बढ़ते-बढ़ते यात्री के लिए मुसीबत बन गई. लोग वेंडर की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.
वेंडर ने यात्री की पकड़ी कॉलर
दरअसल, जबलपुर स्टेशन पर एक ट्रेन कुछ मिनटों के लिए रुकी थी. इसी दौरान एक यात्री प्लेटफॉर्म पर उतरकर समोसा खरीदने गया. उसने समोसे लिए और ऑनलाइन पेमेंट से पैसे देने की कोशिश की. लेकिन नेटवर्क की समस्या के कारण ट्रांजेक्शन फेल हो गया. इतने में ट्रेन ने सीटी दी और धीरे-धीरे प्लेटफॉर्म छोड़ने लगी. घबराया यात्री अपने डिब्बे की तरफ भागने लगा, तभी पीछे से समोसा बेचने वाले वेंडर ने उसका कॉलर पकड़ लिया और कहा कि पैसे देकर जा.
यात्री ने कहा कि फिलहाल उसके पास नकद नहीं है और पेमेंट फेल हो गया है, वह ट्रेन छूटने से पहले चढ़ना चाहता है. मगर वेंडर ने कॉलर नहीं छोड़ी और जोर-जबरदस्ती करने लगा. स्थिति ऐसी हो गई कि मजबूर होकर यात्री को अपनी घड़ी उतारकर वेंडर को देनी पड़ी, ताकि वह ट्रेन पकड़ सके.
मामले को DRM ने गंभीरता से लिया
इस पूरी घटना का वीडियो किसी यात्री ने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया. वीडियो में साफ दिखता है कि ट्रेन चल रही है और एक यात्री ट्रेन पकड़ने के लिए दौड़ रहा है, जबकि समोसा विक्रेता उसकी कॉलर थामे हुए है. यात्री बारकोड स्कैन करता है, लेकिन पेमेंट पूरा नहीं होता. वह बार-बार कहता है कि उसे समोसा नहीं चाहिए, पर वेंडर जबरदस्ती करता है.
वीडियो वायरल होने के बाद जबलपुर के DRM ने मामले को गंभीरता से लिया. उन्होंने बताया कि समोसा बेचने वाले वेंडर की पहचान कर ली गई है, उसे हिरासत में लिया गया है और उसका लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.