MP Assembly Elections: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में 2023 के अंत में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) कराए जाने हैं. वहीं, महू (Mhow) से बीजेपी विधायक उषा ठाकुर (Usha Thakur) 2023 में किस विधानसभा से चुनाव लड़ेंगी? यह एक ऐसा सवाल है जिसका जवाब उनके समर्थक भी जानना चाहते हैं लेकिन शायद इसका जवाब अभी खुद उषा ठाकुर के पास भी नहीं है. फिलहाल उषा ठाकुर के राजनीतिक करियर पर एक नजर डालते हैं.

दरअसल, एजुकेशन और इतिहास में पोस्ट ग्रेजुएशन और एमफिल कर चुकी उषा ठाकुर संघ की महिला शाखा दुर्गा वाहिनी से जुड़ी रही हैं. उषा ठाकुर ने 1989 में सामाजिक कार्यक्रमों में सक्रिय होना शुरू किया. इसके बाद 1990 में वह पार्षद बनीं. पार्षद बनने के पहले स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के परिवार से उनकी मुलाकात हुई. भगत सिंह के परिवार ने उन्हें एक कटार भेंट की थी. ठाकुर इसे अपनी जिंदगी का सबसे अहम क्षण मानती हैं और अक्सर इस कटार को अपने साथ ही रखती हैं. 2003 में ठाकुर पहली बार विधायक चुनी गईं और फिर 2020 में शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में उन्हें जगह मिली और वह कैबिनेट मंत्री बनी. उषा ठाकुर अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में बनी रहती है. 2014 में उषा ठाकुर ने मुस्लिम युवकों के गरबा पंडालों में प्रवेश से संबंधित बयान देकर सुर्खियां बटोरी थी.

उषा ठाकुर ने तीन बार लड़ा है विधानसभा चुनावउषा ठाकुर ने अपने राजनीतिक जीवन में तीन विधानसभा चुनाव लड़े लेकिन खास बात यह है कि यह तीनों चुनाव उन्होंने अलग-अलग सीटों से लड़े हैं. 2003 में उषा ठाकुर ने पहली बार भाजपा के टिकट पर इंदौर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-1 से विधानसभा चुनाव लड़ा. इस चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के  विधायक रामलाल यादव (भल्लू यादव) को पराजित किया था. साल 2013 में उषा ठाकुर को इंदौर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया और यहां पर भी उषा ठाकुर ने पिछले 15 सालों से कांग्रेस के विधायक रहे अश्विन जोशी को मात दी. वहीं साल 2018 में बीजेपी ने उषा ठाकुर को महू से उम्मीदवार बनाया. उस वक्त यह कहा जा रहा था कि बीजेपी के लिए महू सीट जीतना बेहद मुश्किल है.

कांग्रेस के बड़े नेता को उषा ठाकुर ने हराया थाउषा ठाकुर को भी बहुत कम समय ही मिला था. लेकिन फिर भी ठाकुर ने महू विधानसभा में कांग्रेस के कद्दावर नेता अंतर सिंह दरबार को तकरीबन 6000 मतों से हराकर इस जीत के साथ ही उषा ठाकुर का बीजेपी में कद और बड़ा लिया. यही वजह रही कि 2020 में जब शिवराज सिंह चौहान ने दोबारा सरकार बनाई तो उषा ठाकुर को उनके मंत्रिमंडल में जगह दी गई. 2023 के विधानसभा चुनावों में उषा ठाकुर किस विधानसभा सीट से अपनी किस्मत आजमाएगी यह ऐसा सवाल है.

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