Union Carbide Factory Chemical Waste: भोपाल के यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री स्थल के 40 साल पुराने रासायनिक कचरे को मध्य प्रदेश के धार जिले में वाहन से उतारा जाना शुरू हो गया है. अनलोडिंग का काम ऐसे समय में शुरू हुआ है जब, यहां स्थानीय लोगों ने बड़े स्तर पर हाल ही में विरोध प्रदर्शन किया था.

इसी के मद्देनजर जिला प्रशासन ने वीडियो जारी कर कहा कि कचरे को नष्ट या जलाया नहीं जा रहा है. SDM पीथमपुर प्रमोद सिंह गुर्जर ने कहा कि आज रामकी कंपनी में सभी जनप्रतिनिधियों को लाए हैं. जैसा कि अभी तक बैठकों में कहा गया है कि इन कंटेनरों को डंपर से नीचे उतारा जाएगा, क्योंकि काफी समय से वे डंपर पर रखे हुए हैं.

नष्ट नहीं किया जा रहा- अधिकारी

उन्होंने कहा, ''अनलोड करने का ये मतलब नहीं है कि इस कचरे को नष्ट या जलाया जाएगा. ये बातें सिर्फ मिथ्या हैं.'' 

इसके बाद इसे जलाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, ऐसा कुछ नहीं है. कृपया इन बातों का ध्यान रखें. किसी की बातों में या अफवाहों में ना आएं. अभी इन कंटेनरों को सिर्फ डंपर से अलग किया जा रहा है. अनलोड करने का काम सभी जनप्रतिनिधियों के समक्ष किया जा रहा है.

337 मीट्रिक टन कचरा लाया गया पीथमपुर

धार के औद्योगिक शहर पीथमपुर में कचरे को खत्म करने के लिए भोपाल से 337 मीट्रिक टन कचरा लाया गया था. इसके खिलाफ जनवरी में धार जिला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर दूर पीथमपुर में विरोध-प्रदर्शन हुए थे.

अधिकारी ने तब कहा था कि कचरे को जलाने के लिए उसे औद्योगिक शहर के एक निजी संयंत्र में लाया गया है. इसके खिलाफ विरोध करने वालों का दावा है कि इससे स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य और पर्यावरण को नुकसान होगा. 

विरोध प्रदर्शनों का तब मुख्यमंत्री मोहन यादव ने संज्ञान लिया था और कहा था कि जो भी कदम उठाए जाएंगे, इसकी जानकारी स्थानीय लोगों को दी जाएगी.