Madhya Pradesh Election 2023: मध्य प्रदेश की धार्मिक राजधानी उज्जैन में कालियादेह गेट (KD Gate) से इमली चौराहे के बीच चौड़ीकरण शुरू हो गया है. इस मार्ग पर 439 मकानों दुकानों को तोड़कर रास्ता चौड़ा किया जाएगा. चौड़ीकरण को लेकर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने है. सबसे खास बात यह है कि चौड़ीकरण सबसे पहले प्रभावशाली लोगों के मकान तोड़े जा रहे हैं.


उज्जैन में हर बार यह देखा गया है कि चुनाव के पहले चौड़ीकरण जरूर किया जाता है. पहले भी आगर रोड चौड़ीकरण हुआ था, जिसका लाभ भारतीय जनता पार्टी को मिला था. इस बार फिर विधानसभा चुनाव के पहले पुराने शहर के प्रमुख मार्ग को चौड़ा किया जा रहा है. कालियादेह गेट से इमली चौराहे के बीच चौड़ीकरण को लेकर लंबे समय से मांग उठ रही थी. हर बार विधानसभा चुनाव और नगरी निकाय चुनाव में राजनीतिक दलों द्वारा चौड़ीकरण के वादे किए जाते रहे हैं. हालांकि, इस बार इन वादों पर खरा उतरने की कोशिश भी हो रही है. 


उज्जैन के केडी गेट से इमली चौराहे के बीच चौड़ीकरण का काम शुरू हो गया है. इस मार्ग में बुलडोजर और नगर निगम की टीम द्वारा 439 मकानों और दुकानों को तोड़कर चौड़ा किया जाएगा. महापौर मुकेश टटवाल के मुताबिक, 717 लाखों रुपये से ज्यादा की इस योजना को जल्द ही अमलीजामा पहनाया जाएगा. आमतौर पर देखा गया है कि जहां भी चौड़ीकरण हुआ है, वहां व्यापार और सुविधाएं काफी बढ़ गई हैं. इसी का लाभ हजारों परिवारों को इस चौड़ीकरण के बाद मिलेगा. 


प्रभावशाली लोगों के मकान तोड़े जा रहे
नगर निगम ने चौड़ीकरण मुहिम के तहत सबसे पहले उन लोगों के मकान को तोड़ना शुरू किया है, जो इलाके में काफी प्रभावशाली हैं. इनमें पूर्व पार्षद बीजेपी और कांग्रेस की राजनीति करने वाले नेता शामिल हैं.


मुआवजे को लेकर सहमत नहीं
कांग्रेस नेता नूरी खान के मुताबिक कालियादेह गेट से इमली चौराहे तक पूरा व्यापारी क्षेत्र है. यहां पर सैकड़ों परिवार अपनी रोजी-रोटी कमाते हैं. नगर निगम को चौड़ीकरण जरूर करना चाहिए, लेकिन बाजार भाव से लोगों को मुआवजा दिया जाना चाहिए. इस बात को लेकर नगर निगम आयुक्त रोशन कुमार सिंह से कांग्रेस के नेताओं ने मुलाकात भी की है. लोगों की जायज मांग को आगे भी उठाया जाएगा. पहले भी आगर रोड चौड़ीकरण हुआ था, जिसमें आज भी कई लोगों को मुआवजा नहीं मिल पाया है.


क्यों जरूरी हो गया था मार्ग का चौड़ीकरण?
कालियादेह गेट से इमली चौराहे के बीच का यह मार्ग पुराने शहर का काफी महत्वपूर्ण मार्ग है. इस मार्ग से हजारों की संख्या में लोग प्रतिदिन आवागमन करते हैं. शिप्रा नदी क्षेत्र को अंकपात मार्ग से मिलाने वाले इस मार्ग पर कई दशक पुराने मकान बने हुए हैं. यह मार्ग सिंहस्थ के दो प्रमुख क्षेत्रों को आपस में जोड़ता है. इसके अलावा महाकालेश्वर मंदिर, गोपाल मंदिर जैसे बड़े धार्मिक स्थलों तक पहुंचने के लिए भी यह मार्ग काफी सुविधाजनक है.


यह भी पढ़ें: MP Elections 2023: युवक कांग्रेस ने रखी 35 टिकटों की पेशकश, नाराज कमलनाथ बोले- 'अभी तक MP में...'