Ujjain News: उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर (Mahakaleshwar Mandir) में एक बार फिर प्रोटोकॉल का टिकट बेचने के मामले में गड़बड़ी उजागर हुई है. घटना के बाद महाकाल थाना पुलिस ने सरकारी कर्मचारी सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों में एक नाबालिग भी शामिल है. उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में शासकीय विभाग और जनप्रतिनिधियों का वीआईपी प्रोटोकॉल चलता है. महाकाल मंदिर समिति की तरफ से बनी प्रोटोकॉल अनुमति प्रति श्रद्धालु 100 की राशि वसूल कर दी जाती है. प्रोटोकॉल से अनुमति लेने वाले श्रद्धालुओं को सभी सुविधाएं मिलती हैं, जो 250 का टिकट लेने वाले श्रद्धालुओं को मिलती है.

इसी का लाभ उठाकर एक सरकारी कर्मचारी ने महाकाल मंदिर के बाहर फूल बेचने वाले नाबालिग लड़के और एक अन्य के साथ मिलकर गड़बड़ी की थी. महाकाल थाना प्रभारी मुनेंद्र गौतम में बताया कि महाकाल मंदिर समिति के प्रशासक गणेश धाकड़ की ओर से शिकायत भिजवाई गई थी. शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई. प्रथम दृष्टया पूरे मामले में नाबालिग लड़के को हिरासत में लिया गया. उससे मिली जानकारी और दस्तावेजी प्रमाण के बाद एक सरकारी कर्मचारी को भी पकड़ा गया है. इसके अलावा महाकालेश्वर मंदिर में व्हील चेयर चलाने वाले एक निजी व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने प्रोटोकॉल की रसीद बनवा कर उसे श्रद्धालुओं को 250 प्रति श्रद्धालु वसूल कर बेच दी थी.

महाकलेश्वर मंदिर में जाने से पहले इन बातों का रखें ख्याल

महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि मंदिर में आम श्रद्धालुओं के लिए निशुल्क व्यवस्था है. इसके अलावा अगर कोई वीआईपी गेट से मंदिर में जाना चाहता है तो उसे ढाई सौ रुपए का टिकट लेना होता है. अगर कोई जनप्रतिनिधि या अन्य किसी उच्च स्तरीय सिफारिश के आधार पर आता है, तो उसे प्रोटोकाल के तहत 100 प्रति श्रद्धालु रसीद कटवाना होती है. इसके अलावा मंदिर में कहीं किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता है. 

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