Ujjain Markandeshwar Mahadev News: धार्मिक नगरी उज्जैन में 84 महादेव में 36 वें नंबर पर विराजित मार्कंडेश्वर महादेव की महिमा का शिव पुराण में गुणगान मिलता है. मार्कंडेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन करने से दीर्घायु और आरोग्यता का आशीर्वाद मिलता है. इसके पीछे बड़ी रोचक कहानी है. 

उज्जैन में पुरुषोत्तम सागर के किनारे पर स्थित मारकंडेश्वर महादेव मंदिर 84 महादेव मंदिरों में शामिल है. यहां पर पूजा अर्चना का विशेष फल मिलता है. ज्योतिषाचार्य पंडित अमर डिब्बेवाला के मुताबिक ऋषि मार्कंडेय के परिजनों को पहले इस बात का पता चल गया था कि वे अल्पायु में अपनी देह त्याग देंगे. ऋषि मार्कंडेय शुरू से ही भगवान शिव के भक्त थे. उन्होंने भगवान शिव की भक्ति में अपना पूरा जीवन निकाल दिया. 

आशीर्वाद लेने के लिए भक्तों की लगती है भीड़जब अल्पायु में उन्हें यमराज लेने के लिए आए तो उन्होंने अपने दोनों हाथों से भगवान शिव की प्रतिमा को जकड़ लिया. इसके बाद यमराज उन्हें नहीं ले जा पाए. भगवान शिव ने प्रकट होकर मार्कंडेय को दीर्घायु का आशीर्वाद दिया. जिसके बाद माता पार्वती ने उन्हें अपना पुत्र तक मान लिया. इसी के चलते ऋषि मार्कंडेय को भगवान शिव की ओर से यह भी आशीर्वाद मिला कि कलयुग में जो उनके दर्शन कर पूजा-अर्चना करेगा, उसे दीर्घायु का आशीर्वाद मिलेगा. इसी के चलते महादेव मंदिर में जन्मदिन के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु आशीर्वाद लेने के लिए आते हैं. इसके अतिरिक्त वैवाहिक वर्षगांठ पर भी यहां आशीर्वाद लेने के लिए भक्तों की भीड़ लगती है.

अधिक मास में पूजा का विशेष महत्वयमराज पर विजय हासिल करने वाले ऋषि मार्कंडेय के नाम पर मार्कंडेश्वर महादेव मंदिर है. इसकी नींव हजारों साल पहले रखी गई थी. ऐसा माना जाता है कि सम्राट विक्रमादित्य ने 84 महादेव का जीर्णोद्धार कराया, जिसमें मार्कंडेश्वर महादेव भी शामिल है. मंदिर में दूध, दही, शहर, जल आदि से अभिषेक किया जाता है. इसके अलावा भगवान को बेलपत्र भी चढ़ाए जाते हैं. मंदिर में दर्शन करने पहुंची पुष्पा भाई ने बताया कि वे कई सालों से दर्शन करने के लिए आ रही है. भगवान से आज तक जो भी मांगा है वह पाया है.

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