Mahakal Lok Sapta Rishi Statues: महाकाल लोक में 28 मई को आंधी तूफान के बीच सप्त ऋषि की पांच मूर्तियां क्षतिग्रस्त हो गई थीं. इन मूर्तियों को एक बार फिर तैयार कर महाकाल लोक पहुंचा दिया गया है. हालांकि अभी मूर्तियों का अनावरण नहीं हुआ है. मूर्तियों को लेकर अभी भी काम चल रहा है. इसके अनावरण को लेकर सारी स्थिति एक-दो दिन बाद स्पष्ट होगी.


उज्जैन के महाकाल लोक में सप्तऋषि की मूर्तियां आंधी तूफान और वर्षा के कारण अपने स्थान से गिरकर क्षतिग्रस्त हो गई थी.  इस घटना के बाद भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच राजनीतिक घमासान भी जमकर मचा. महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक संदीप सोनी ने बताया की मूर्तियां एक बार फिर बनाकर महाकाल लोक पहुंच चुकी है. उन्होंने बताया कि स्मार्ट सिटी, नगर निगम के माध्यम से ठेकेदार द्वारा मूर्तियों को स्थापित करवाया गया है. महाकालेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के मुताबिक मूर्तियां का सारा खर्च ठेकेदार द्वारा ही किया गया है. 


इसकी कोई भी राशि नगर निगम, जिला प्रशासन या महाकालेश्वर मंदिर समिति की ओर से नहीं दी गई है. बताया जाता है की मूर्तियों का निर्माण मुंबई में करवाया गया.  इसके बाद उन्हें लाकर महाकाल लोक में स्थापित कर दिया गया. अभी मूर्तियों पर पर्दा लगाया गया है. कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के मुताबिक अभी मूर्तियों को फिक्स करने का काम चल रहा है. मूर्तियों के नीचे कंक्रीट भी किया जा रहा है.


अनावरण को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं
सप्तर्षियों की मूर्ति का अनावरण कब और कौन करेगा ? इसे लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है. कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के मुताबिक अभी मूर्तियों को स्थापित करने का कार्य चल रहा है. इसके बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी. हालांकि प्रशासनिक विभाग के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक पहुंच चुकी है. अभी उनके आदेश का निर्देश का इंतजार है. उनके निर्देश प्राप्त होने के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि अनावरण कब और कैसे होगा.


प्रधानमंत्री ने किया था महाकाल लोक का उद्घाटन
अक्टूबर 2022 में महाकाल लोक का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. कांग्रेस ने मूर्तियां क्षतिग्रस्त होने के बाद शिवराज सरकार को जमकर घेरा पूरे मामले की शिकायत कांग्रेस विधायक महेश परमार ने लोकायुक्त से भी की. लोकायुक्त की अभी जांच भी चल रही है. इन सबके बीच सप्त ऋषि की मूर्तियां महाकाल लोक पहुंच चुकी है. अभी तक सप्त ऋषि की मूर्तियों वाला स्थान खाली पड़ा हुआ था. 


धार्मिक स्थलों का मॉडल बना महाकाल लोक
मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि केंद्र की सरकार ने भी महाकाल लोक के निर्माण को एक मॉडल के रूप में जनता के बीच पेश किया है. महाकाल लोक पर सरकार की ओर से साढ़े तीन सौ करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि खर्च की गई है. इसके अलावा महाकाल मंदिर विस्तारीकरण योजना के तहत सरकार लगभग 756 करोड रुपए खर्च कर रही है. 


अभी दूसरे चरण का कार्य चल रहा है. महाकाल लोक के अंतर्गत 900 मीटर का कॉरिडोर बनाया गया है, जिसमें 108 से ज्यादा मूर्तियां स्थापित की गई है. इस कॉरिडोर में भगवान शिव से जुड़े हर परिदृश्य को चित्रों के माध्यम से बताया गया है.


यह भी पढ़ें: Ujjain: स्वतंत्रता दिवस परेड में 'जय श्रीराम' के नारे लगाने पर छात्रों से मारपीट, दो टीचर्स के खिलाफ केस दर्ज