MP Agriculture News: चुनावी साल में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के मामले में उज्जैन को पूरे प्रदेश में पहला स्थान मिला है. उज्जैन में 60 हजार 738 किसानों की फसल खरीदी जा चुकी है. यह काम अभी भी जारी है.उज्जैन के कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि उज्जैन जिले ने गेहूं खरीद के मामले में प्रदेश में उल्लेखनीय स्थान प्राप्त किया है. उज्जैन जिले के 60 हजार से ज्यादा किसानों से पांच लाख 73 हजार 833 मीट्रिक टन फसल की खरीद की गई है. इससे उज्जैन गेहूं खरीदी में प्रदेश में पहले स्थान पर आ गया है. 


जिला पूर्ति अधिकारी उमेश पांडे ने बताया कि पांच लाख 11 हजार 660 मीट्रिक टन गेहूं का सुरक्षित भंडारण भी कर लिया गया है.उज्जैन जिले में 172 उपार्जन केंद्र स्थापित किए गए हैं.इन केंद्रों पर अभी भी समर्थन मूल्य पर खरीदी जा रही है.ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में भी गेहूं की खरीदी के मामले में उज्जैन प्रदेश में नंबर वन पर रहने वाला है.गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में उज्जैन से कई गुना बड़े जिले भी हैं, मगर गेहूं खरीदी के मामले में उज्जैन ने सभी जिलों को पीछे छोड़ रखा है. 


क्या हैं बंपर गेहूं खरीद के प्रमुख कारण 


उज्जैन जिले में गेहूं की बंपर पैदावार होती है. इसके अलावा यहां पर 172 उपार्जन केंद्र बनाकर किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए आवश्यक इंतजाम किए गए हैं.उज्जैन जिला मुख्य रूप से कृषि पर आधारित है.यहां पर वेयरहाउसिंग को लेकर भी काफी सुविधाएं हैं.किसानों को गेहूं की तुलाई से लेकर भुगतान तक पूरी प्रक्रिया पर वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी लगातार नजर बनाए रखते हैं. उसकी मॉनिटरिंग करते हैं. इसी वजह से उज्जैन गेहूं खरीदी के मामले में पहले स्थान पर पहुंच गया है. 


कृषि मंत्री ने की उज्जैन की तारीफ


मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने उज्जैन की खरीदी के मामले में पहला स्थान पर पहुंचने को लेकर तारीफ की है.उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर जिला आपूर्ति अधिकारियों द्वारा किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उपार्जन केंद्र की मानिटरिंग की जाना चाहिए.उज्जैन में काफी अच्छी व्यवस्थाएं की गई हैं. इसकी वजह से किसान खरीदी केंद्रों की ओर आकर्षित हो रहे हैं.


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