MP News: उज्जैन आलोट संसदीय सीट पर कांग्रेस से चुनाव लड़ रहे महेश परमार अपनी गुहार लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के पास पहुंच गए. मुख्यमंत्री जब मतदान कर बाहर निकले तो महेश परमार ने उनसे मिलने की कोशिश की, मगर उनकी मुलाकात नहीं हो पाई. महेश परमार ने सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है.


सोमवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सुबह 8:00 बजे मतदान करने के लिए सिंधी धर्मशाला स्थित मतदान केंद्र पर पहुंचे. इस बात की जानकारी जब कांग्रेस प्रत्याशी महेश परमार को लगी तो वह भी मतदान केंद्र पर पहुंच गए. उन्होंने एबीपी न्यूज़ से चर्चा के दौरान कहा कि उज्जैन लोकसभा सीट पर कई स्थानों पर पीठासीन अधिकारी बीजेपी का प्रचार कर रहे हैं. 


निष्पक्ष चुनाव का दावा
उज्जैन के बूथ क्रमांक 37 पर उन्होंने पीठासीन अधिकारी को 'मोदी-मोदी' का नारा लगाते हुए पकड़ लिया. इसी बात की शिकायत लेकर वह मुख्यमंत्री मोहन यादव के पास पहुंचे हैं. कांग्रेस प्रत्याशी महेश परमार ने कहा कि चुनाव में विजय और पराजय होती रहती है लेकिन निष्पक्ष चुनाव लोकतंत्र की सबसे बड़ी खूबसूरती है. 


उज्जैन के जिला निर्वाचन अधिकारियों कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि पूरे लोकसभा क्षेत्र में निष्पक्ष चुनाव चल रहा है. कहीं भी कोई किसी प्रकार की गड़बड़ी की कोई गुंजाइश नहीं है. जहां पर कांग्रेस प्रत्याशी ने पीठासीन अधिकारी पर आरोप लगाए थे, वहां पीठासीन अधिकारी को तुरंत हटा दिया गया है.


कांग्रेस प्रत्याशी की नहीं हो पाई मुलाकात
कांग्रेस प्रत्याशी महेश परमार ने बताया कि उनकी मुख्यमंत्री से मुलाकात नहीं हो पाई. वे जब मतदान करने के बाद बाहर निकले तो उन्होंने आवाज लगाकर भेंट करने की कोशिश की मगर मीडिया से घिरे होने की वजह से मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के कानो तक उनकी आवाज नहीं पहुंच पाई और वह मतदान केंद्र से रवाना हो गए. हालांकि महेश परमार ने कहा कि उन्होंने निर्वाचन आयोग से इस मामले की शिकायत जरूर की है.


यह भी पढ़ें: पीठासीन अधिकारी ने लगाए PM मोदी के नारे, BJP के पक्ष में वोट भी मांगे, कलेक्टर ने लिया ये एक्शन