मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 50 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विभिन्न मार्गों के निर्माण और उन्नयन कार्य, 32 करोड़ 69 लाख रुपये की लागत से शासकीय धनवंतरी आयुर्वेदिक महाविद्यालय में 250 सीटर बालक और बालिका छात्रावास का निर्माण, 8 करोड़ 37 लाख की लागत से रेप्टाइल पार्क एवं स्नेक पार्क तथा करीब 3 करोड़ की लागत से हाईटेक नर्सरी के निर्माण कार्य का भूमिपूजन भी किया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति से उपचार और इसके प्रचार-प्रसार के मामले में सिरमौर है, इसलिए उज्जैन में आयुर्वेद का एम्स बनाने की दिशा में भी हम केन्द्र सरकार को अपना प्रस्ताव भेजेंगे.
उज्जैन के लिए हैं एक महत्वपूर्ण क्षण
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नगरवासियों को आकाशवाणी केंद्र के शुभारंभ की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह उज्जैन के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण हैं. यहां के लोगों के कान अपने आकाशवाणी केंद्र की आवाज सुनने को तरस गए थे. यह स्वप्न प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री डॉ. एल. मुरुगन के प्रयासों से पूरा हो रहा है. उज्जैन की हवा में बाबा महाकाल की भक्ति और शक्ति निरंतर रहती है.
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि उज्जैन भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा स्थली रही है. उज्जैन के कण-कण में सम्राट विक्रमादित्य का गौरव महसूस होता है. वे आज भी हमारे आदर्श हैं. यह आकाशवाणी केन्द्र उज्जैन के लिए देववाणी और महालोक वाणी बनेगा. उन्होंने कहा कि 2028 में सिंहस्थ आने वाला है. युवाओं, कलाकारों ने अपनी तैयारियां कर ली हैं. उज्जैन में भगवान श्रीकृष्ण का शिक्षा आश्रम है. राज्य सरकार श्रीकृष्ण से जुड़े सभी लीला स्थलों को तीर्थ के रूप में विकसित करेगी. एक दिसंबर को पूरे प्रदेश में धूमधाम से गीता जयंती मनाई जाएगी.
सोने पर सुहागा सिद्ध होगा उज्जैन स्टेशन
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आकाशवाणी ने कला-संस्कृति, शिक्षा-स्वास्थ्य, जन जागरूकता और कृषि समेत हर क्षेत्र के संरक्षण और संवर्धन में अपना अद्वितीय योगदान दिया है. आकाशवाणी ने रंगकर्मियों और विभिन्न कलाधर्मियों को भी सुनहरा मंच दिया है. वर्ष 2028 में सिंहस्थ महाकुंभ जैसे विराट महा-आयोजन की तैयारी हम कर रहे हैं. ऐसे में आकाशवाणी उज्जैन का शुरू होना सोने पर सुहागा सिद्ध होगा. स्थानीय प्रसारण के जरिये देश-विदेश के करोड़ों श्रद्धालु और पर्यटक बाबा महाकाल की नगरी के वैभव का आंखों देखा हाल सुन पाएंगे. उन्होंने बताया कि सिंहस्थ महाकुंभ को यूनेस्को की सूची में भी शामिल किया गया है.
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि उज्जैन शहर से कनेक्टिविटी, ट्रैफिक की सुगमता के लिए सड़कों का चौड़ीकरण, उन्नयन हम युद्ध स्तर पर कर रहे हैं. उज्जैन नगरी और बाबा महाकाल की महिमा श्रद्धालुओं को रोचक तरीके से पहुंचाने के लिए रुद्रसागर पर वाटर स्क्रीन प्रोजेक्शन एवं म्यूजिकल फाउंटेन-शो की शुरुआत भी हमने की है. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आकाशवाणी उज्जैन सिंहस्थ के जीवंत प्रसारण (Live Telecast) का इतिहास लिखेगा और यहां से प्रसारित होने वाले कार्यक्रम उदाहरण बनेंगे.
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि उज्जैन में स्वास्थ्य सुविधाओं का भी तीव्र विस्तार किया जा रहा है. हमारी सरकार यहां मेडिकल टूरिज्म हब बना रही है. इसी कड़ी में मेडिसिटी का निर्माण हो रहा है. हमने लक्ष्य रखा है कि सिंहस्थ 2028 से संबंधित सभी अवसंरचनात्मक एवं प्रबन्धात्मक कार्य वर्ष 2027 के अंत तक पूरे कर लेंगे.
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सिंहस्थ से पहले उज्जैन में सड़कों के चौड़ीकरण सहित कई प्रकार के अधोसंरचना विकास कार्य जारी हैं. विकास में सब का योगदान होना चाहिए. हम सभी विकास कार्यों के संकल्पों में साथ हैं. उन्होंने उज्जैन वासियों को मंच से अपने पुत्र के शुभ विवाह में आने का आमंत्रण दिया.
मालवी बोली में भी होगा समाचारों का प्रसारण : केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. मुरूगन
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने हिंदी भाषा में संबोधित करते हुए कहा कि आज से आकाशवाणी उज्जैन अपने द्वारा बनाए कार्यक्रमों का प्रसारण प्रारंभ कर रही है. यह एक फुल फ्लैश आकाशवाणी केन्द्र है. मध्यप्रदेश में उज्जैन को मिलाकर अब आकाशवाणी के 20 केंद्र संचालित हो रहे हैं. उज्जैन केंद्र युवाओं के रोजगार और प्रसारण कौशल के प्रशिक्षण के माध्यम बनेगा. साथ ही यह मालवा की संस्कृति, लोक कलाओं, स्थानीय व्यंजनों एवं स्थानीय बोलियों को नई पहचान दिलाएगा. आकाशवाणी केंद्र से मालवी बोली में समाचारों का प्रसारण भी किया जाएगा.