Bhopal News: मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (मैनिट) परिसर में पूरी तरह से बाघ का खतरा टला नहीं है. वन विभाग की टीम ने रविवार को एक बाघ को तो पकड़ लिया है. लेकिन विभाग के अफसरों का कहना है कि यहां एक और बाघ के मूवमेंट की आशंका है. वन विभाग के अफसरों ने मैनिट प्रबंधन को फिलहाल अलर्ट रहने की बात कही है. इधर रविवार को वन विभाग द्वारा पकड़ा गया बाघ टी 421 सतपुड़ा नेशनल पार्क के चूरना में है. जिसे 21 दिन तक क्वॉरन्टीन रखा जाएगा. इसके बाद ही निर्णय लिया जाएगा कि बाघ को कहां शिफ्ट करना है.
बीते 13-14 दिनों से मैनिट प्रबंधन व विद्यार्थियों के लिए परेशानी का कारण बने बाघ को वन विभाग की टीम ने रविवार सुबह तीन बजे पिंजरे में कैद कर लिया था. बाघ को ललचाने के लिए विभाग ने इस पिंजरे में बकरे का सहारा लिया. वन विभाग के अफसरों का कहना है कि बाघ 421 के पकड़े जाने के बाद भी मैनिट से बाघ का खतरा टला नहीं है. यहां एक ओर बाघ की मूवमेंट है. अपने से बलशाली बाघ के मूवमेंट के चक्कर में बाघ टी 124-4 मैनिट से होकर गया है. वन विभाग के अफसरों ने मैनिट प्रबंधन को सतर्कता बरतने की सलाह दी है.
21 दिन क्वॉरन्टीन रहेगा बाघ 421वन विभाग द्वारा पकड़े गए बाघ 421 को रविवार को ही शाम बजे सतपुड़ा नेशनल पार्क के चूरना में इक्लोजर में छोड दिया गया है. यहां बाघ 421 को 21 दिन तक क्वॉरन्टीन रखा जाएगा. इसके बाद ही निर्णय लिया जाएगा कि बाघ 421 को सतपुड़ा नेशनल पार्क में रखा जाएगा या, माधव नेशनल पार्क में छोड़ा जाएगा.
बाघ को पहनाया सेटेलाइट रेडियो कॉलरपिंजरे से निकालने से पहले वन विहार के वन्य प्राणा चिकित्सक डॉ. अतुल गुप्ता ने बाघ को बेहोश किया. उसकी जांच की गई. डॉक्टर गुप्ता के अनुसार बाघ पूरी तरह से स्वस्थ है. वाइल्ड कंजर्वेशन ट्रस्ट के डॉक्टर प्रशांत देशमुख और डॉक्टर अमित ओड ने मिलकर बाघ को सेटेलाइट रेडियो कॉलर पहनाया.