मध्य प्रदेश के गुना जिले के फतेहगढ़ थानांतर्गत ग्राम बलखण्डी में ग्राम बरमन सोसायटी निवासी मृतक बाबा मान सिंह भिलाला का शव संदिग्ध अवस्था में एक पेड़ पर लटका हुआ मिला था. इस मामले में तत्परता से कार्रवाई करते हुए पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर का खुलासा किया. तीनों हत्यारोपी गिरफ्तार कर जेल भेज दिए गए.
बुधवार (8 अक्टूबर 2025) को जिले के फतेहगढ़ थानांतर्गत ग्राम बलखण्डी में एक खेत की मेड़ पर बहेड़ा के पेड़ पर एक व्यक्ति का शव लटका होने की सूचना मिली थी फतेहगढ़ थाना पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और लाश व घटना स्थल का बारीकी से मौका मौआयना किया.
आत्महत्या का रूप देने की कोशिश
शव की पहचान मान सिंह पुत्र जुवान सिंह भिलाला उम्र 55 साल निवासी ग्राम बरमन सोसायटी थाना फतेहगढ़ के रूप में हुई. उक्त हत्या मे दृश्य को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश मे मृतक को पेड़ पर तोलिये से फंदा डालकर लटकाया गया था.
आरोपियों का मानना था कि गांव में एक के बाद एक पांच मौतें हो गई और ये मौत का कारण मान सिंह के तंत्र मंत्र की वजह से हुई है. आरोपी ओजम सिंह अभी भी अपने उपर तंत्र मंत्र से बिमार होने की बात कह रहा है उसे दुसरे किसी दुसरे तांत्रिक द्वारा प्रसाद देने पर ठीक होने की बात कह रहा है.
पुलिस अधीक्षक ने दिए जांच के निर्देश
पुलिस अधीक्षक अंकित सोनी के द्वारा उक्त घटना को चुनौती के रुप में लिया और मामले में हर पहलुओं पर सूक्ष्मता से जांच कर प्रकरण का शीघ्र खुलासा किए जाने के निर्देश दिए गए. निर्देशानुसार फतेहगढ़ थाना प्रभारी द्वारा प्रारंभिक जांच में मृतक के सिर, आंख व शरीर में अन्य जगह चोट के निशान पाए गए एवं घटनास्थल का मौका मुआयना करने पर मौके से कुछ जरूरी साक्ष्य जप्त किये गए.
मृतक का पोस्टमार्टम कराया गया है जिसकी रिपोर्ट में डॉक्टर ने मृत्यु का कारण गला दबने से होना लेख किया. जांच के दौरान मृतक के परिजनों व अन्य साक्षियों के कथन लिए गए, जिसमें उनके द्वारा मृतक को अंतिम बार ओजम भिलाला, अमर सिंह भिलाला एवं मुकेश भिलाला निवासीगण ग्राम बरमन सोसायटी के साथ देखा जाना बताया है.
वहीं इन पर ही हत्या कर लास को पेड़ पर लटकाने का शक व्यक्त करते हुए कि कहा कि इनके द्वारा मृतक पर तंत्र-मंत्र करने का अरोप लगाया जाता था और जो पूर्व में मृतक से विवाद भी कर चुके थे और उसे गांव छोड़कर जाने की धमकी देते थे.
पुलिस ने जांच के लिए तकनीकी प्रकरण की ली मदद
पुलिस ने जांच के दौरान तकनीकी उपकरणों की मदद ली गई, जिसमें मृतक एवं तीनों संदेहियों के बीच घटना से पहले उनके बीच लगातार संपर्क पाया गया. प्रकरण की संपूर्ण जांच में साक्षियों के कथनों एवं परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर ओजम भिलाला, अमर सिंह भिलाला व मुकेश भिलाला के द्वारा ही मान सिंह भिलाला की हत्या कर शव को पेड़ पर लटका दिया गया.
15 अक्टूबर 2025 को तीनों आरोपियों के विरूद्ध फतेहगढ़ थाने में अप.क्र. 260/25 धारा 103(1), 3(5) बीएनएस के तहत अपराध दर्ज कर पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू की. फतेहगढ़ थाना पुलिस द्वारा आरोपियों की सरगर्मी से तलाश की गई और इसमें तत्परता से कार्यवाही करते हुए 20 घंटे के भीतर ही तीनों आरोपियों, जिनमें आजम सिंह भी शामिल है, को पुलिस ने हिरासत में लिया है.
आरोपियों से की पूछताछ
आरोपियों से पूछताछ करने पर उनके द्वारा अपना जुर्म स्वीकारते हुए बताया कि मान सिंह भिलाला तंत्र-मंत्र करता था, जिससे उनके परिवार के लोग अक्सर बीमार बने रहते थे, उनके द्वारा मान सिंह से कई बार तंत्र-मंत्र छोड़ देने और गांव छोड़ने के लिए कहा गया, लेकिन वह नहीं मान रहा था.
इसलिए उनके द्वारा मान सिंह की हत्या करने की योजना बनाई और दिनांक 07 अक्टूबर 2025 को उनके द्वारा मान सिंह को कॉल कर पूछा तो वह सिरसौद में था, फिर वह सिरसौद पहुंचे और मान सिंह को घर छोड़ने का बोलकर उसे मोटर सायकिल पर बिठा लिया और रास्ते में बलखण्डी गांव के पास उसके गले में तोलिया डालकर खींचा तो वह मोटर सायकिल से नीचे गिर गया.
गिरने की वजह से उसके सिर में चोट लग गई थी और फिर वह उसे खींचकर रोड़ से अंदर खेत में ले गए और तोलिया से गला दवाकर एक पेड़ पर लटका दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी. पुलिस ने प्रकरण में तीनों आरोपी गिरफ्तार कर जिन्हें आज माननीय न्यायालय पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया है.