MP News: सिंगरौली में नल-जल योजना का काम अधूरा है. सिंगरौली नगर निगम के कई वार्डों में यह योजना अधर में लटकी हुई है. मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी नल-जल योजना सिंगरौली नगर निगम क्षेत्र और पंचायत के गांवों में अनियमितता की भेंट चढ गई है. नगर निगम के कुछ वार्डों को छोड़ दें तो एक भी परिवार की प्यास इस योजना के जल से नहीं बुझ रही है. कई वार्डों में इस योजना के तहत पानी का टावर तो बना दिया गया है. लेकिन अब नल तक पानी नहीं पहुंच रहा है. कुछ स्थानों पर पाइप बिछाया गया है तो उसमें पानी सप्लाई नहीं हो रही है, कहीं कहीं तो सड़क के किनारे सड़क निर्माण के कारण पाइप कट गया है. जिससे पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है.
योजना पर डेढ़ सौ करोड़ रुपए खर्चरिहंद जलाशय में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करने सहित मोहल्लों में पाइपलाइन बिछाने में नगर निगम डेढ़ सौ करोड़ रुपए से अधिक का बजट खर्च कर चुका है. लेकिन बैढन जोन के आधे रहवासियों को अभी पीने का पानी उपलब्ध नहीं हो पाया है. नल से पेयजल मुहैया कराने को लेकर उपभोक्ताओं को केवल तारीख मिल रही है. नगर निगम के प्रशासक और कलेक्टर ने पहले एक अप्रैल तक हर घर में नल कनेक्शन करने की तारीख तय की थी.
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30 हजार से अधिक घरों में नल कनेक्शन देना हैपेयजल के लिए नगर निगम ने पूरे क्षेत्र को दो जोन में विभाजित किया है. पहला मोरवा जोन और दूसरा बैढन जोन है. बैढन जोन में निगम को 30 हजार से अधिक घरों में नल कनेक्शन देना है. लेकिन अभी तक 5 हजार घरों में भी वैध कनेक्शन नहीं दिया जा सका है. यह बात और है कि पाइप लाइन बिछाने के दौरान टेस्टिंग के तौर पर दिए गए कनेक्शन के जरिए केवल 15 हजार घरों में जलापूर्ति हो रही है.
फैक्ट फाइल. 30 हजार से अधिक घरों में नल कनेक्शन देना है. 15 हजार घरों में जा रही है नल से पेयजल. 05 हजार के करीब कनेक्शन हुए हैं वैध. 15 हजार से अधिक घरों में जलापूर्ति करना बाकी. 10 हजार से अधिक अवैध कनेक्शन को वैध करना