सिंगरौली (Singrauli) में धमकीबाज थानेदार का वीडियो वायरल (Viral Video) होने के बाद पुलिस अधीक्षक ने संज्ञान लिया है. उन्होंने मामले की जांच के लिये एसडीओपी को निर्देशित किया है. जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्यवाही की जायेगी. आपको बता दें कि खाकी को शर्मसार करने वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. वायरल वीडियो में सिंगरौली जिले के बरगवां टीआई आरपी सिंह आपा खोते हुये जिंदा गाड़ देने और फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी देते नजर आ रहे हैं. मामला बरगवां थाना क्षेत्र के गोंदवाली गांव का है.

वायरल वीडियो का पुलिस अधीक्षक ने लिया संज्ञान

कोयला परिवहन कर रहे हाइवा ने बाइक सवार को जोरदार टक्कर मार दी थी. हादसे में बाइक सवार गंभीर रूप से घायल हो गया था. विरोध में लोगों ने बरगवां सिंगरौली मुख्य मार्ग को जाम कर दिया था. मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले को सुलझाने का प्रयास किया. पुलिस की समझाइश के बावजूद लोग सड़क से हटने को तैयार नहीं थे. करीब पांच से छह घंटे तक मार्ग बाधित रहा. कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस किसी तरह परिजनों को समझाने में सफल हुई. इस दौरान बरगवां टीआई ने कहा कि मामले में कोई राजनीति न करे.

Sehore News: भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा 3 करोड़ 74 लाख की लागत से बना पुल, एक साल पहले ही CM शिवराज सिंह चौहान ने किया था लोकार्पण

जिंदा गाड़ने और फंसाने की थानेदार ने दी थी धमकी

घायल युवक का इलाज कंपनी से मिलकर कराएंगे. अगर किसी तरह की राजनीति हुई तो ऐसे मुकदमे कायम करूंगा कि सात पीढ़ी तक लड़ते रह जाओगे. आपा खोते हुये टीआई ने कहा कि तू बड़ा समाजसुधारक है, तू विधायक का नहीं मानेगा, कलेक्टर की नहीं मानेगा, तू टीआई का नहीं मानेगा, जिंदा गाड़ दूंगा तुझे. घटना 17 अगस्त की बताई जा रही है. बरगवां थाना के टीआई आरपी सिंह मामले को सुलझाने के लिये गए हुए थे लेकिन मामला सुलझाने की बजाय खुद उलझते हुये नजर आये.

किसी ने टीआई की धमकी का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस पर सवालिया निशान खड़े हो गये. आम जनता के साथ पुलिस का कैसा बर्ताव होता है? वायरल वीडियो में टीआई के बर्ताव से अंजादा लगाया जा सकता है. पुलिस अधीक्षक बीरेंद्र सिंह ने कहा कि 17 अगस्त को सड़क हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने चक्काजाम कर दिया था. करीब पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह पुलिस जाम को खुलवाने में सफल हुई.,लेकिन टीआई की बात बिल्कुल भी सही नहीं है. जांच एसडीपीओ को सौपी गई है. रिपोर्ट आने के बाद कार्यवाही की जायेगी. 

Indore News: फर्जी एडवाइजरी के नाम पर ठगी को अंजाम देने वाली महिला कंपनी संचालक गिरफ्तार, ऐसे करते थे धोखाधड़ी