MP News: कोरोना के बाद सावन के महीने में शिव भक्तों में अपार उत्साह देखने को मिल रहा है. धार्मिक नगरी उज्जैन (Ujjain) ही नहीं बल्कि ज्योतिर्लिंग ओकारेश्वर भी शिव भक्ति के रंग में पूरी तरह रंग गया है. प्रशासन और मंदिर समिति की ओर से भक्तों को सुविधाजनक दर्शन के इंतजामों का दावा किया जा रहा है. मध्य प्रदेश (Mahdya Pradesh) में 2 ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर और ओंकारेश्वर स्थित है. दोनों के बीच की दूरी लगभग 120 किलोमीटर है. सावन के महीने में शिव भक्त ओंकारेश्वर और महाकालेश्वर दोनों ज्योतिर्लिंगों पर पहुंचकर भगवान शिव से आशीर्वाद लेते हैं. कोरोना के बाद शिव भक्तों की भारी भीड़ दोनों ज्योतिर्लिंगों पर उमड़ रही है. जिला प्रशासन की ओर से ओंकारेश्वर में शिव भक्तों के सुविधाजनक दर्शन को लेकर पर्याप्त इंतजाम का दावा किया जा रहा है.
किस नदी के किनारे हैं ओमकारेश्वर
नर्मदा किनारे स्थित ओकारेश्वर मंदिर पर भारी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है. इन दिनों नर्मदा भी उफान पर है, इसलिए घाटों के आसपास लोगों के आवागमन पर रोक लगा दी गई है. इसके अलावा तैराक दल भी तैनात कर दिए गए है. ओंकारेश्वर आने जाने वाले मार्ग पर जाम की समस्या दूर करने के लिए पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं.
प्रशासन ने क्या इंतजाम किए हैं
डिप्टी कलेक्टर आशुतोष गोस्वामी ने बताया कि उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में भी श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं. मंदिर की व्यवस्थाओं और आसपास के सुरक्षा इंतजामों के साथ-साथ महाकालेश्वर की सवारी को लेकर पूरे संभाग से पुलिस बल बुलवाया गया है. इसके अलावा श्रद्धालुओं को जल्द दर्शन के लिए भीड़ प्रबंधन के इंतजाम भी पर्याप्त किए गए हैं. सावन के दूसरे सोमवार को महाकालेश्वर मंदिर में डेढ़ लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के दर्शन करने की संभावना है, जबकि आज निकलने वाली भगवान महाकाल की सवारी में 4 लाख से ज्यादा श्रद्धालु शामिल होने वाले हैं.
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