सतना के ‘थप्पड़ कांड’ ने अब मध्य प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है. BJP सांसद गणेश सिंह पर निगम कर्मचारी को थप्पड़ मारने का आरोप लगा है. इस घटना के विरोध में कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा ने थाने में धरना दिया और प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सीएसपी को फोन पर एफआईआर दर्ज न होने पर 50 हजार समर्थकों के साथ पहुंचने की चेतावनी दी.
कांग्रेस विधायक का धरना और थाने में तनाव
सतना के कोलगंवा थाने में विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा उर्फ डब्बू ने पीड़ित निगम कर्मचारी के समर्थन में धरना शुरू किया। धरने के दौरान उन्होंने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी को फोन लगाया और सीएसपी से बात कराई. थाने के अंदर माहौल तनावपूर्ण हो गया जब पटवारी ने फोन पर पुलिस अधिकारी से सांसद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. उन्होंने कहा कि अगर एफआईआर दर्ज नहीं की गई, तो वह दो घंटे में 50 हजार समर्थकों के साथ वहां पहुंचेंगे.
वैधानिक प्रक्रिया का होगा पालन- पुलिस
सीएसपी डीपीएस चौहान ने कांग्रेस अध्यक्ष के दबाव के बावजूद स्पष्ट कहा कि पुलिस निष्पक्ष जांच करेगी. उन्होंने बताया कि शिकायत प्राप्त हो गई है और कानूनी प्रक्रिया के अनुसार कार्रवाई होगी. चौहान ने याद दिलाया कि 2018 से 2023 के बीच जब सिद्धार्थ कुशवाहा विधायक थे, तब उनके खिलाफ भी मोबाइल तोड़ने की शिकायत आई थी, जिस पर भी जांच की गई थी. उन्होंने कहा कि हर मामले में पुलिस कानून के अनुसार ही निर्णय लेगी.
थप्पड़ कांड से बढ़ी सियासी गर्मी
धरने के बाद जब सीएसपी ने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिया, तब विधायक ने धरना समाप्त किया. लेकिन यह मामला अब सिर्फ एक थप्पड़ तक सीमित नहीं रहा. बीजेपी सांसद के खिलाफ कांग्रेस की सख्त प्रतिक्रिया और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की सक्रियता ने इसे सियासी जंग का रूप दे दिया है. भोपाल से लेकर सतना तक इस विवाद पर प्रतिक्रियाएं तेज हैं और इसे लेकर दोनों दल आमने-सामने हैं. आने वाले दिनों में यह ‘थप्पड़ कांड’ प्रदेश की सियासत में बड़ा मुद्दा बन सकता है.