Vidisha News: राजधानी भोपाल के नजदीक विदिशा में चल रही छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम के संत पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा बेमौसम बारिश की वजह से प्रभावित हुई है.हवा-आंधी के कारण कथा स्थल पर व्यवस्था बिगड़ गई है. इसकी वजह से रविवार को लगने वाला दिव्य दरबार स्थगित कर दिया गया है.

बता दें कि शनिवार रात शनिवार को मौसम में अचानक आए परिवर्तन से तेज हवा व आंधी चलने लगी. हवा आंधी के कारण विदिशा में चल रही बागेश्वर धाम के संत पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा पर खासा असर हुआ.तेज हवा और आंधी की वजह से कथा स्थल पर व्यवस्थाएं अस्त-व्यस्त हो गई हैं. इसे देखते हुए आयोजन समिति ने रविवार को लगने वाले दिव्य दरबार को स्थगित करने का निर्णय लिया है.

अब सोमवार को लगेगा दरबारविदिशा में सात अप्रैल से बागेश्वर धाम के संत पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा का शुभारंभ हुआ है. कथा का समापन 13 अप्रैल को होगा.आयोजन की इसी श्रंखला में रविवार व सोमवार को दिव्य दरबार का आयोजन किया जाना था,लेकिन शनिवार को बिगड़े मौसम की वजह से कथा स्थल पर व्यवस्थाएं बिगड़ गईं.इसे देखते हुए आयोजन समिति ने दिव्य दरबार स्थगित करने का निर्णय लिया.आयोजन समिति अनुसार अब सोमवार को दिव्य दरबार आयोजित किया जाएगा.

दिव्य दरबार के स्थगित होने की सूचना बागेश्वर सरकार के सोशल मीडिया अकाउंट से भी दी गई है.श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि आज कथा के पश्चात अत्याधिक बारिश आंधी तूफान आने के कारण समूची व्यवस्था चरमरा गई है.सोमवार को दिव्य दरबार में लाखों लोग पहुंचेंगे.इसे देखते हुए पूज्य सरकार ने सभी से अनुरोध किया है कि रविवार को लगने वाला दिव्य दरबार अब कल की जगह परसो लगेगा.परसो आपको दिव्य दर्शन और दिव्य दरबार दोनों का लाभ मिलेगा.

उम्मीद से अधिक आए श्रद्धालु

बता दें विदिशा में शुक्रवार से पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री कथा कह रहे हैं. पहले दिन से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु कथा का लाभ लेने के लिए पहुंच रहे हैं. आयोजन समिति ने करीब 20 हजार श्रद्धालुओं के हिसाब से पंडाल का निर्माण कराया है,लेकिन स्थिति यह है कि पहले ही दिन श्रद्धालुओं की संख्या 60 हजार के पार पहुंच गई.श्रद्धालुओं की बढ़ी तादाद की वजह से आयोजन स्थल पर व्यवस्थाएं गड़बड़ाने लगीं.व्यवस्था बनाने के लिए पुलिस श्रद्धालुओं को पंडाल तक पहुंचने से पहले ही रोक रही है. श्रद्धालु सड़क के किनारे बैठकर ही कथा का आनंद ले रहे हैं.

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