मध्य प्रदेश में पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी के निर्देशन में पीथमपुर के उद्योगपति बालाजी मंदिर चोरी मामले का खुलासा हुआ है. खास बात यह कि आरोपी ने धार और इंदौर जिले के 7 और मंदिरों में भी चोरी करना स्वीकार किया है.

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15 सितंबर की रात आरोपी ने बालाजी मंदिर का ताला तोड़कर हनुमानजी की प्रतिमा से चांदी का मुकुट और छत्र चुरा लिया था. शिकायत के बाद बनी विशेष टीम ने करीब 150 CCTV कैमरों की फुटेज खंगालकर आरोपी की पहचान की और उसे दबोच लिया.

बरामदगी की कीमत लगभग 4 लाख 8 हजार रुपये आंकी गई

गिरफ्तार आरोपी 23 साल के खेमराज चौहान, सिमरोल थाना क्षेत्र का निवासी है. पुलिस ने उसके पास से चोरी में प्रयुक्त कार, 2 किलो 300 ग्राम चांदी, 23 किलो पीतल, एक देशी कट्टा और 3 जिंदा कारतूस जब्त किए हैं. बरामदगी की कीमत लगभग 4 लाख 8 हजार रुपये आंकी गई है.

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पूछताछ में आरोपी ने कबूला कि वह सिर्फ मंदिरों को ही निशाना बनाता था और हर वारदात अकेले ही करता था. उसने पीथमपुर, बेटमा, इंदौर, मानपुर, सिमरोल, महू और धार के 8 मंदिरों से चोरी करना स्वीकार किया है.

पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी ने टीम की सराहना की

इस बड़ी कार्रवाई में थाना प्रभारी राजेंद्र सोनी और उनकी टीम की अहम भूमिका रही. पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी ने टीम की सराहना की है. बता दें, एक अन्य मामले में विदिशा पुलिस ने मंदिरों को निशाना बनाकर भगवान के जेवरात पर हाथ साफ करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया था.

मामले में पुलिस ने चोर गिरोह के तीन सदस्यों को पकड़ा था. पूछताछ में आरोपियों ने तीन मंदिरों को निशाना बनाकर चोरी की वारदात करना कबूल कर लिया. कुछ महीनों से विदिशा जिले में मंदिरों को निशाना बनाने की घटनाएं सामने आ रही थी. जांच में जुटी पुलिस को सूचना मिली कि दानखेड़ी मंदिर में दो संदिग्ध भगवान की मूर्तियों को बड़े गौर से देख रहे थे. मौके पर पहुंचकर पुलिस ने संदिग्धों को धर दबोचा.