Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में इस साल के आखिरी में विधानसभा चुनाव (Assembly Election 2023) होने वाले है. इसे लेकर बीजेपी (BJP) सरकार पूरे प्रदेश में अपने द्वारा किए गए विकास कार्यों को जनता के सामने रखने को लेकर विकास यात्राएं निकाल कर मतदाताओं को लुभाने की कोशिश कर रही है. वहीं कांग्रेस पार्टी बीजेपी की विकास यात्रा की काटने में जुटी है. इसी कड़ी में कांग्रेस इंदौर में अनुभूति विजन सेवा संस्थान में हुए नाबालिग दिव्यांग से दुष्कर्म मामले को लेकर बीजेपी पर हमलावर हो रही है. इंदौर को शर्मसार करने वाले काले कारनामों में नये नये खुलासे लगातार सामने आ रहें हैं. नाबालिग दिव्यांग से दुष्कर्म और उसके 6 माह के गर्भ के मामला सामने आया है. वहीं जांच के दौरान दो वर्ष पूर्व एक अन्य नाबालिग के साथ हुए दुष्कर्म और गर्भ गिराने के जानकारी बाहर आई है.


इसके बाद अब कांग्रेस ने बीजेपी नेताओं के संरक्षण में संचालित होने वाले अनुभूति विजन सेवा संस्थान दिव्यांग लड़कियों के यौन शोषण का केंद्र होने का आरोप लगाया है. अनुभूति विजन सेवा संस्थान को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रदेश सचिव राकेश सिंह यादव ने आरोप लगाया हैं कि रेप एंव यौन शोषण की शिकार दिव्यांग बालिका को संस्थान के पदाधिकारियों ने कुछ समय गोपनीय स्थान पर छिपाकर रखा. इसके बाद विजय नगर क्षेत्र में स्थित एक हॉस्पिटल में इस बालिका को एडमिट कराकर गर्भपात कराने की कोशिश की गई. गर्भपात कराने की कोशिश में बालिका को स्लाइन भी चढ़ाई गई, लेकिन हालात गंभीर होने पर गर्भपात नहीं किया गया. इसके बाद इस दिव्यांग बालिका के परिजनों को बुलाकर उनके सुपुर्द कर दिया गया. 


दिव्यांग के मां को धमकाया गया- राकेश सिंह यादव
दिव्यांग रेप कांड का खुलासा होने के बाद संचालिका ने पीड़ित बालिका की मां को धमकाया और पुलिस से शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया. दिव्यांग बालिका के हाथ पर इंजेक्शन के निशान सारी हकीकत बयान कर रहे हैं. कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव यादव के अनुसार डेढ़ वर्ष पूर्व भी इसी संस्थान की एक बालिका का अवैध गर्भपात कराये जाने की सूचना सूत्रों से प्राप्त हुई है. यह बालिका वर्तमान में अनुभूति विजन सेवा संस्थान में मौजूद है. पुलिस और प्रशासन अगर गंभीरता से जांच करेगा तो चौंकाने वाले खुलासे हो सकते है, लेकिन राजनैतिक दबाव में मामला दबाने की कोशिश लगातार की जा रही है. वहीं यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह भी विशेष जानकारी सूत्रों से प्राप्त हुई हैं की कुछ लड़कियों के शरीर के आर्गन गायब हैं, लेकिन इनकी मेडिकल हिस्ट्री मौजूद नहीं है. 


"सीएम को पत्र लिख की जांच की मांग"
इसके साथ ही अनुभूति विजन सेवा संस्थान में अनेक बालक बालिकाओं के न आधार कार्ड हैं न पहचान पत्र हैं न ही यह जानकारी हैं कि इन्हें कौन छोड़कर गया था. इससे स्पष्ट होता हैं कि सेवा संस्थान अवैध कार्यों में लिप्त है. प्रशासन को समस्त बालिकाओं का मेडिकल जांच कराके यह स्पष्ट करना चाहिए की कितनी बालिकाओं के आर्गन गायब हैं या किसी न किसी वजह से सर्जरी की है. इसके साथ ही समस्त बालिकाओं का वर्जिनिटी टेस्ट कराया जाना चाहिए. इससे यह स्पष्ट पता चल सके की कितनी बालिकाओं का यौन शोषण हुआ है. इस विषय में प्रदेश के मुख्यमंत्री को पुनः पत्र लिखकर उच्चस्तरीय जांच की मांग की गई है. 


"सीएम मामले को लेकर गंभीर नहीं"
वहीं कांग्रेस नेता का आरोप है कि सफेदपोश बीजेपी नेताओं के संरक्षण की वजह से जांच की गति को धीमा कर दिया गया है. इस मामले में तत्काल एसआईटी का गठन करके कार्रवाई करना चाहिए नहीं दोषी सारे सबूत मिटा देंगे. वहीं कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि शिवराज सरकार दिव्यांग बालिका बलात्कार कांड को लेकर गंभीर नहीं है. इसलिए पीड़ित परिवार और दिव्यांग बालिका को न्याय नहीं मिल रहा हैं. मुख्यमंत्री को समस्त ऐसे सेवा संस्थानों की जांच कराने के आदेश तत्काल देना चाहिए, जिससे की बालिकाओं का यौन शोषण को रोका जा सके.




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