MP News Today: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से कांग्रेस सांसद नकुलनाथ ने गुरुवार (14 मार्च)  को बीजेपी पर धर्म को राजनीतिक मंच पर लाने और ऐसा प्रतीत कराने का आरोप लगाया, जैसे कि उसके पास ‘‘ भगवान राम की एजेंसी’’ हो. पिछले लोकसभा चुनाव में नकुल मध्य प्रदेश से कांग्रेस के एकमात्र विजेता उम्मीदवार थे.


कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से जीतने में कामयाब रहे थे और ऐसे में कांग्रेस ने उन्हें इस सीट से फिर से उम्मीदवार घोषित किया है.


कमलनाथ ने वंशवाद की राजनीति के बारे में बीजेपी के बार-बार आरोपों पर भी कटाक्ष करते हुए नकुलनाथ ने कहा, ‘‘बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है. बेरोजगारी, महंगाई आदि के बारे में नहीं बल्कि वंशवाद की राजनीति के बारे में बात कर रहे हैं. वे अपनी पार्टी में वंशवादी राजनीति नहीं देखते हैं.’’ अयोध्या स्थित राम मंदिर निर्माण के बारे में नकुलनाथ ने कहा ''बीजेपी इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही है और ऐसा प्रतीत करा रही है कि उनकी पार्टी के पास भगवान राम की एजेंसी और राम मंदिर का पट्टा है’’.


''बीजेपी गुमराह कर रही है''


कांग्रेस सांसद नकुलनाथ ने कहा कि सत्तारूढ़ बीजेपी लोगों का ध्यान भटकाने के लिए लोकसभा चुनाव से पहले एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिक पंजी), सीएए (संशोधित नागरिकता अधिनियम) और अनुच्छेद 370 जैसे मुद्दे उठा रही है. उन्होंने कहा, ‘‘ यह लोगों का ध्यान भटकाने की राजनीति है. बीजेपी जनता को गुमराह कर रही है. वे लोगों से जुड़े मुद्दों पर नहीं बल्कि ध्यान भटकाने के लिए एनआरसी, सीएए, अनुच्छेद 370 के बारे में बात कर रहे हैं.’’


''बीजेपी ने पूरे नहीं किए वादे''


लोकसभा सदस्य नकुलनाथ ने कहा कि बेरोजगारी, महंगाई और किसानों की स्थिति जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को दरकिनार करने के लिए ही ध्यान भटकाया जा रहा है. उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर साल दो करोड़ नौकरियां पैदा करने, नागरिकों के खातों में 15 लाख रुपये जमा करने और 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की बात कही थी.


सांसद ने कहा, ‘‘ ये वादे पूरे नहीं हुए हैं, जबकि प्रधानमंत्री ‘मोदी की गारंटी’ की बात करते रहते हैं. किसानों की आय दोगुनी करना तो दूर, वे मुश्किल से ही अपना गुजारा कर पाते हैं.’’


नकुलनाथ ने मोहन यादव सरकार पर साधा निशाना


राज्य की मोहन यादव सरकार को विफल करार देते हुए नकुलनाथ ने कहा, ‘‘उन्होंने लाडली बहना (लाडली बहना योजना की महिला लाभार्थियों) को प्रतिमाह 3000 रुपये देने का वादा किया था, लेकिन वर्तमान में उन्हें केवल 1000-1200 रुपये दे रहे हैं. मेरा मानना है कि लोकसभा चुनाव के बाद वे इस योजना को बंद कर देंगे. किसान बीज और खाद के लिए संघर्ष कर रहे हैं.’’


छिंदवाड़ा में जीत को बरकरार रखने के बारे में भरोसा जताते हुए उन्होंने कहा कि उनके परिवार का निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के साथ पिछले 44 वर्षों से राजनीतिक नहीं बल्कि ‘‘पारिवारिक’’ रिश्ता है.


ये भी पढ़ें: MP: सैलाना MLA कमलेश्वर डोडियार को मिली अग्रिम जमानत, मेडिकल स्टोर संचालक से एक करोड़ रिश्वत मांगने का आरोप