Chhindwara Lok Sabha Election 2024: मध्य प्रदेश लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने बेहद बुरा प्रदर्शन किया है. चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवारों के प्रति मतदाताओं ने जमकर बेरुखी दिखाई. इसका अंदाजा यह देखकर लगा सकता है कि जिस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ विधायक हैं, वहां के मतदाताओं ने भी उनके बेटे नकुलनाथ को हरवाने में योगदान दिया.
बता कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने अभी तक की सबसे करारी हार का स्वाद चखा है. कांग्रेस ने पहली बार सूबे की सभी 29 सीटें गंवा दी है. कमलनाथ सहित कई दिग्गज विधायक भी अपनी सीट पर कांग्रेसी उम्मीदवार को बढ़त नहीं दिला सके. केवल राघोगढ़ अपवाद है, जहां से विधायक जयवर्द्धन सिंह ने अपने पिता दिग्विजय सिंह को अपनी सीट से बढ़त दिलाई.
छिंदवाड़ा विधानसभा पर भी जीत नहीं सके नकुलनाथआइए आंकड़ों में देखें कांग्रेस के दिग्गज विधायकों की सीट पर लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी के उम्मीदवारों का प्रदर्शन कैसा रहा? पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अपने बेटे नकुलनाथ को छिंदवाड़ा विधानसभा सीट पर जीत नहीं दिला सके. यहां नकुलनाथ को 96890 वोट मिले, जबकि बीजेपी के विवेक बंटी साहू 100978 वोट ले गए.
दिग्गज आदिवासी नेता कांतिलाल भूरिया के बेटे विक्रांत भूरिया झाबुआ से विधायक हैं. कांतिलाल भूरिया झाबुआ विधानसभा सीट से 9 हजार वोटों से हार गए. झाबुआ में बीजेपी की अनीता नागर सिंह चौहान को 105543 वोट मिले. इसी तरह रीवा लोकसभा में कांग्रेस की इकलौती महिला प्रत्याशी नीलम मिश्रा अपने विधायक पति अभय मिश्रा की सिमरिया विधानसभा सीट से 8 हजार वोटों से पिछड़ गई थीं.
दिग्विजय सिंह के बेटे की सीट पर सबसे अच्छा प्रदर्शनविधायक के तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्द्धन सिंह का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा. राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह हालांकि राजगढ़ सीट से लोकसभा का चुनाव हार गए. लेकिन, वे अपने बेटे जयवर्धन सिंह की राघौगढ़ विधानसभा सीट से 11 हजार वोटों से आगे रहे. यहां से तीसरी बार सांसद बने बीजेपी के रोडमल नागर को राघौगढ़ से 81887 वोट मिले हैं.
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