Indore News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर (Indore) और उसके आसपास के इलाकों में भीषम गर्मी और उमस का प्रकोप जारी है. सोमवार सुबह से ही तेज चिलचिलाती धूप के कारण सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ था. इस दौरान शहर में अधिकतम तापमान 38 से 39 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया तो वहीं न्यूनतम तापमान 26 से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है. मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक अगले दो से तीन सप्ताह में मानसून मध्य प्रदेश में दस्तक दे सकता है.

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इंदौर सहित मालवा निमाड़ क्षेत्र में लगातार गर्मी और उमस का बनी हुई है. दिनभर गर्मी के बाद शाम और रात के समय उमस से लोगों को बेहाल का हाल बेहाल है. गर्मी के साथ ही बादल छाए रहने के कारण ऐसा मौसम लगातार बना हुआ है. मौसम विभाग और ग्रामीण कृषि मौसम सेवा केंद्र के अनुमान के मुताबिक आने वाले कुछ दिनों तक और गर्मी की प्रकोप जारी रहेगा. उसके बाद प्री मानसून गतिविधियां शुरू हो सकती हैं, जिससे गर्मी से थोड़ी राहत मिलने के आसार हैं.

20 से 25 जून तक इंदौर में मानसून दे सकता है दस्तक

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इंदौर व आसपास के इलाकों में 20 से 25 जून के बीच मानसून के पहुंचने का अनुमान है. वर्तमान में अरब सागर में बना बीपरजाय चक्रवाती तूफान पूर्व में बढ़ते गुजरात और महाराष्ट्र की ओर जाएगा. इसके असर से मध्य प्रदेश में हवाओं की गति तेज होगी, ये आदर्श मानसून परिस्थितियां बनने के अच्छे संकेत हैं. फिलहाल माना जा रहा है कि चक्रवाती तूफान और कम दबाव के क्षेत्र के चलते जो परिस्थितियां बन रही हैं, उससे इस सप्ताह के अंत तक प्री मानसून की गतिविधियां शुरू हो सकती हैं. 

बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को हुआ नु्क्सान

हालांकि बीते कुछ दिनों से इंदौर शहर में तेज बारिश, आंधी तूफान और ओलावृष्टि देखने को मिल रहा है. पिछले दिनों से जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा शहरी क्षेत्र में लगातार बारिश देखने को मिली. इंदौर जिले के देपालपुर, सांवेर और महू में अधिक बारिश हुई, कुछ स्थानों पर तो ओले भी गिरे. अत्यधिक बारिश और ओलावृष्टि के कारण कई जिलों में फसलें बर्बाद हो गई.

फसलों के नुक्सान को लेकर कलेक्टर ने ये कहा

इस संबंध में जब इंदौर के जिला कलेक्टर इलैया राजा टी से पूछा गया तो उनका कहना था कि अब तक जिले में फसलों के नुकसान होने की कोई भी शिकायत सामने नहीं आई है. इसके बावजूद क्षेत्र के पटवारी और राजस्व अधिकारियों को अत्यधिक बारिश वाले क्षेत्रों में जायजा लेने के निर्देश दिए गए है. कलेक्टर ने माना कि सांवेर और देपालपुर के कुछ क्षेत्रों में अत्यधिक बारिश हुई है, वहां राजस्व अधिकारियों को जांच के लिए भेजा गया है.

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