मध्य प्रदेश के दिग्गज कांग्रेसी नेता स्वर्गीय श्रीनिवास तिवारी की प्रतिमा लगाने को लेकर रीवा में सियासी बवाल शुरू हो गया है. नगर निगम की ओर से शहर के पीटीएस चौराहे पर प्रतिमा लगाए जाने की तैयारी की जा रही थी, लेकिन जिला पुलिस ने इस पर आपत्ति जताते हुए काम रोक दिया, जिसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ता और 'दादा' के समर्थक भड़क गए.
दरअसल, आगामी 17 सितंबर को पंडित श्रीनिवास तिवारी की 24वीं जयंती है. इस अवसर पर कांग्रेस पार्टी इस प्रतिमा का अनावरण करने वाली थी, लेकिन उसके पहले ही पुलिस ने प्रतिमा लगाने वाले चबूतरे के निर्माण कार्य को बंद करा दिया.
मूर्ति निर्माण का टेंडर भी नगर निगम प्रशासन ने जारी किया था - कांग्रेस
पुलिस का कहना है कि पुलिस लाइन चौक के पास ग्रीन स्पेस एरिया में मध्य प्रदेश शासन की जमीन है. इस पर आपत्ति जताते हुए कांग्रेस ने कहा कि यह बीजेपी का काम है और सरकार के इशारे पर प्रशासन अनावश्यक अवरोध पैदा कर रहा है.
कांग्रेस का आरोप है कि स्वर्गीय श्रीनिवास तिवारी और स्वर्गीय महाराज मार्तण्ड सिंह की प्रतिमा लगाने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया था. इसके लिए जगह की भी घोषणा हुई थी. साथ ही, मूर्ति निर्माण का टेंडर भी नगर निगम प्रशासन ने जारी कर दिया था.
यह सब बीजेपी के इशारे पर हो रहा है - राजेंद्र शर्मा
कांग्रेस का आरोप है कि मूर्ति का निर्माण पूरा हो चुका है. चयनित स्थल पर चबूतरे के निर्माण का काम 10 दिन पहले शुरू किया गया था, लेकिन अचानक दसवें दिन पुलिस ने यह काम रोक दिया.
कांग्रेस अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने कहा कि 10 दिन पहले तक क्या यह जमीन पुलिस विभाग की नहीं थी? इससे पहले रेडियो विभाग की जमीन पर स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा लगाई जा चुकी है. अस्पताल चौराहे पर कुशाभाऊ ठाकरे की प्रतिमा लगाई गई थी, तब क्यों आपत्ति नहीं की गई? यह सब बीजेपी के इशारे पर हो रहा है.
बैठक कर मामले का हल निकाला जाएगा
बीजेपी नेता और नगर निगम के अध्यक्ष व्यंकटेश पांडे ने कहा कि मूर्ति लगाने का प्रस्ताव तब पारित हुआ था, जब बीजेपी का मेयर था. हमें मूर्ति लगाने से कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन इन्होंने जहां मूर्ति के लिए चबूतरे का निर्माण शुरू किया, उसके लिए कई विभागों से एनओसी लेनी चाहिए थी. इनकी खुद की श्रद्धा श्रीनिवास तिवारी जी पर नहीं है, इसलिए ये राजनीति कर रहे हैं.
वहीं, इस पूरे मामले पर नगर निगम कमिश्नर और प्रभारी कलेक्टर सौरभ सोनवड़े ने कहा है कि जो विभाग इस मामले में सम्मिलित हैं, उनके साथ बैठक कर इस मामले का हल निकाला जाएगा.