MP News: इंदौर में फिल्मी जगत की प्रख्यात तीन हस्तियों को राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान (National Lata Mangeshkar Award) से अलंकृत किया गया. इस मौके पर सुरमयी संगीत संध्या भी आयोजित की गई. दरअसल, इंदौर में लता अलंकरण समारोह आयोजित किया गया. जिसमें इंदौर में जन्म लेने वाली स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) को याद किया गया. इंदौर में सम्पन्न हुए प्रतिष्ठित राष्ट्रीय लता मंगेशकर अलंकरण समारोह में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) वर्चुअली रूप से शामिल हुए और उन्होंने सम्बोधित करते हुए स्वर कोकिला लता मंगेशकर की स्मृति को चिरस्थायी बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की.
तीन हस्तियों को मिला राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मानसीएम ने कहा कि इंदौर में लता जी के नाम से संगीत अकादमी, संगीत महाविद्यालय और संग्रहालय की स्थापना की जाएंगी. उन्होंने कहा कि लता जी द्वारा संगीत के क्षेत्र में दिए गए योगदान को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता हैं. राज्य शासन के प्रतिष्ठा प्रसंग राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान अलंकरण समारोह में बुधवार को फिल्मी जगत की गायन और संगीत क्षेत्र की तीन हस्तियों को राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान से अलंकृत किया गया. यह सम्मान प्राप्त करने वालों में सिंगर शैलेन्द्र सिंह, म्यूजिक कंपोजर आनंद-मिलिंद और सिंगर कुमार शानू शामिल है. जिन्हें लता अलंकरण सम्मान राज्य शासन की ओर से पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने प्रदान किया.
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क्या कहा सीएम ने?बता दे कि साल 2019 का सम्मान पार्श्व गायन के लिए शैलेन्द्र सिंह को साल 2020 का सम्मान संगीत निर्देशन के लिए, आनंद-मिलिंद को और साल-2021 का सम्मान पार्श्व गायन के लिए कुमार शानू को प्राप्त हुआ. समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि स्वर कोकिला और भारत रत्न लता मंगेशकर का जन्म मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ है. लता जी भारत के इतिहास में महान अध्याय के रूप में दर्ज है. उनके द्वारा संगीत के क्षेत्र में दिए गए योगदान को भुलाया नहीं जा सकता. आज वे भौतिक रूप से भले ही हमारे बीच में नहीं है. परंतु वे अपने गीत, देशभक्ति स्वभाव, संस्कार, मूल्य, आवाज के माध्यम से हमेशा हमारे बीच रहेंगी. उन्होंने कहा कि लता जी के बगेर देश अधूरा है और गीत-संगीत का क्षेत्र सूना है उनकी कमी पूरी नहीं हो सकती है. उन्होंने कहा कि लता जी की स्मृतियों को प्रदेश में चिरस्थायी रखा जायेगा.
संगीत से मिलती है तनाव से मुक्तिपर्यटन मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने कहा कि गीत-संगीत परमात्मा के पर्याय है. उन्होंने कहा कि कला और संस्कृति का संरक्षण और संवर्धन हमारी जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि गीत-संगीत के माध्यम से तनाव से मुक्ति मिलती है तथा सुख-शांति एवं संतुष्टि का मार्ग प्रशस्त होता है. सम्मान पाने वाले प्रसिद्ध पार्श्वनगायक शेलेन्द्र सिंह ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि लता जी के नाम से स्थापित यह अवार्ड मुझे मिल रहा है. उन्होंने गीत-संगीत की साधना में लगे युवाओं से कहा कि वे लगातार रियाज करते रहें और अपनी आवाज में गाये, किसी की नकल नहीं करें.
किया गया संगीत का आयोजनम्यूजिक कंपोजर आनंद मिलिंद ने संयुक्त रूप से कहा कि यह अलंकरण जिंदगी की सबसे बड़ी उपलब्धि है. वही प्रतिष्ठित लता मंगेशकर सम्मान से अलंकृत सिंगर कुमार शानू ने कहा कि आज का दिन जिंदगी का सबसे अहम दिन है. लता जी के नाम से यह अलंकरण का महत्व मेरी जिंदगी में सबसे ज्यादा रहेगा. बता दे कि अलंकरण समारोह के पश्चात् संगीत संध्या का आयोजन भी हुआ. इसमें प्रसिद्ध गायिका अलका याग्निक और ग्रुप मुम्बई द्वारा सुरमयी प्रस्तुतियां दी गई. इस अवसर पर राज्य स्तरीय सुगम संगीत प्रतियोगिता के विजेताओं द्वारा भी प्रस्तुति दी गई.