Indore Recycle Center: मध्य प्रदेश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर (Indore) में कचरा रिसाइकल सेंटर (Waste Recycle Center) बनाया जा रहा है. इस सेंटर से कचरे के इस्तेमाल से रियूज होने वाले सामान बनाए जाएंगे. दरअसल, यह प्रय़ास स्वच्छता सूचकांक (Swacchta Survey) में इंदौर को एकबार फिर नंबर एक पायदान पर लाए जाने के लिए किया जा रहा है. स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक इंदौर शहर के अलग-अलग इलाकों में रीयूज मटेरियल कलेक्शन सेंटर बनाए जाएगा. 

इंदौर शहर के पहले आरआरआर सेंटर का शुभारंभ महापौर पुष्‍यमित्र भार्गव और निगम आयुक्‍त हर्षिका सिंह द्वारा किया गया. यहां पुराने कपड़े, खिलौने, बर्तन, किताबें और वे तमाम चीजें जो उनके जरूरत के नहीं है, इन चीजों को थ्री-आर सेंटर पर अलग रूप देकर तैयार किया जाएगा. कपड़ों से थैलियां बनेंगी. पुराने सामान से आकृतियां बनाई जाएंगी, जो शहर में लगेंगी.

19 जोन में बनेंगे ये सेंटरइसी कड़ी में इंदौर के वार्ड 47 जीरो वेस्ट वार्ड में यहां के मिनी मटेरियल रिकवरी सेंटर राजकुमार पुल बोगदे के नीचे शहर का पहला थ्री-आर सेंटर बनाया गया है. जल्‍द ही शहर के समस्‍त 19 ज़ोन में आरआरआर सेंटर स्‍थापित किए जाऐंगे. मध्य प्रदेश के इंदौर में अनुपयोगी सामान को व्यवस्थित रूप से जमा करके इसे फिर से इस्तेमाल के लायक बनाने के लिए बुधवार को पहला 'आरआरआर' (रिड्यूस, रीयूज और रीसाइकिल) केंद्र खोला गया.

जमा होने  लगी पुरानी किताबें, झुग्गी के लिए खोली जाएगी लाइब्रेरीराजकुमार ब्रिज क्षेत्र में खोले गए इस केंद्र में स्थानीय नागरिक ऐसे चीज दान कर सकते हैं जो वे इस्तेमाल नहीं कर रहे. इसमें कपड़े, खिलौने, जूते, फर्नीचर, किताबें, चश्मे हो सकते हैं. इन सामानों को दोबारा उपयोग के लायक बनाकर जरूरतमंद लोगों को मुहैया कराया जाएगा. अनुपयोगी सामान के व्यवस्थित निपटान के लिए शहर भर में 'आरआरआर' केंद्र खोले जाएंगे. उधर,इंदौर नगर निगम की आयुक्त हर्षिका सिंह ने बताया कि 'आरआरआर केंद्र में बड़ी तादाद में पुरानी किताबें और पाठ्यपुस्तकें जमा हो रही हैं. हम झुग्गी बस्तियों में पुस्तकालय खोलकर इन किताबों को वहां रखने पर विचार कर रहे हैं.'

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