Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश (MP) के ग्वालियर (Gwalior) में ऑनलाइन (Online) ऑर्डर पर घरों में खाना डिलीवर (Food Delivery) करने वाले एक किचन (Kitchen) पर 20 हजार रुपये का जुर्माना (Fine) लगाया गया है. जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोषण आयोग (Consumer Disputes Redressal Commission) (उपभोक्ता फोरम) ने जीवाजी क्लब (Jiwaji Club) में खानपान की सेवा देने वाले क्लब किचन्स (Club Kitchens) पर 20 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है. 

क्लब किचन्स पर आरोप है कि उसने शिकायतकर्ता के घर पर कढ़ाई पनीर की जगह नॉनवेज भेज दिया था. फोरम जुर्माना लगाते हुए कहा, ''यह सेवा में कमी है, गलत खाना भेजने की वजह से शिकायतकर्ता भूखा भी रहा और उसकी भावनाएं भी आहत हुई हैं, यह घोर लापरवाही है, जिससे मानसिक और शारीरिक आघात भी हुआ.''

फोरम ने यह भी कहा

फोरम ने आगे कहा, ''क्लब किचन्स को 20 हजार रुपये का जुर्माना भरने के अलावा खाना ऑर्डर के 260 रुपये भी लौटाने होंगे. साथ में शिकायतकर्ता ने फोरम में जो केस लड़ा है, उस खर्च के भी ढाई हजार रुपये अलग से देने होंगे. क्लब किचन्स को कुल 22 हजार 760 रुपये देने होंगे.''

इतना पुराना है मामला

ग्वालियर के एमके सिटी निवासी सिद्धार्थ श्रीवास्तव ने 26 जून 2021 को जीवाजी क्लब के क्लब किचन्स से दो कढ़ाई पनीर, 10 तंदूरी रोटी और नान आर्डर किया था. इस खाने का 260 रुपये बिल बना था. जोमेटो के माध्यम से इस खाने का आर्डर किया गया था. घर पर खाने डिलीवर होने पर जब पैकिंग खोली गई तो पनीर की जगह नॉनवेज निकला. 

ग्राहक ने शिकायत में यह कहा

ग्राहक ने गलत खाना भेजने की शिकायत भी की लेकिन उसका निराकरण नहीं किया गया. इसके बाद ग्राहक ने 11 अगस्त 2021 को उपभोक्ता फोरम में शिकायत दर्ज करा दी. ग्राहक ने शिकायत में कहा था, ''जो खाना ऑर्डर किया गया था, वह नहीं मिला, उसकी जगह नॉनवेज भेज दिया, जब इसे घर में खोला गया तो विवाद हो गया क्योंकि परिवार पूर्ण रूप से शाकाहारी है. मां ब्लड प्रेशर की मरीज हैं, इससे उनको काफी दिक्कत हुई. मां ने उन्हें किचन में नहीं घुसने दिया. इस कारण परिवार पूरी रात भूखे पेट रहा. इससे परिवार को काफी मानसिक पीड़ा हुई.''

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आरोपी ने यह जवाब दिया

फोरम ने जीवाजी क्लब, क्लब किचन्स और जोमेटो से जवाब मांगा. क्लब किचन्स का कहना था कि खाना भेजने का मामला सामने आया तो खाना वापस लेने के लिए व्यक्ति भेजा गया लेकिन शिकायतकर्ता का फोन बंद था. फोन नहीं उठने के कारण खाना वापस नहीं लिया जा सका, इसलिए शिकायतकर्ता ने झूठी वाहवाही लूटने के लिए ऐसा किया है. शिकायत को निरस्त किया जाए.

फोरम ने सुनवाई के बाद कही यह बात

उपभोक्ता फोरम ने सुनवाई के बाद कहा, ''क्लब किचन्स और जोमेटो का कहना है कि शिकायतकर्ता विधि का छात्र है, सहानभूति और पैसा ऐंठने के लिए शिकायत कर रहा है, यह बिल्कुल ही तर्कहीन है. समाज में गलत व्यापार की प्रक्रिया को किसी न किसी के द्वारा उजागर किया जाना चाहिए. हर व्यक्ति और ग्राहक को विक्रेता द्वारा ठगे जाने के मामले देखने में मिल रहे हैं. जहां तक शिकायतकर्ता विधि का छात्र है, महज संयोग है. शिकायतकर्ता ने एक जागरूक छात्र होने के साथ-साथ अपने अधिकार के लिए न्यायिक प्रक्रिया का उपयोग किया है. हर व्यक्ति को इसका उपयोग करना चाहिए.''

क्लब ने कही यह बात

फोरम ने क्लब किचन्स पर जुर्माना लगाया जबकि जीवाजी क्लब और जोमेटो को इस गलती के लिए संयुक्त रूप से जिम्मेदार माना है. बता दें कि एमके सिटी निवासी छात्र ने खाना मंगाया था. वहीं क्लब का तर्क है कि मामला खाद्य पदार्थ की गलत डिलीवरी से जुड़ा हुआ है, इस त्रुटि के लिए जीवाजी क्लब जिम्मेदार नहीं है, न इससे कोई संबंध है, इसके लिए क्लब किचन्स जिम्मेदार है, इसलिए शिकायत से उसे हटाया जाए.

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