Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के जबलपुर (Jabalpur) शहर के बीचो-बीच भोले शंकर का अद्भुत तीर्थ स्थल है. यहां देवाधिदेव महादेव की 75 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित है. ये प्रतिमा बेहद अनोखी और आकर्षक है. बड़ी दूर से नजर आने वाली इस मनोहारी प्रतिमा के दर्शन के लिए भक्त भी बड़ी दूर-दूर से आते हैं. यहां भगवान भोले शंकर अपने भीतर ही द्वादश ज्योतिर्लिंग को भी समाहित किए हुए हैं. उनके विशालकाय आसन के नीचे बनी गुफा में सभी ज्योतिर्लिंग स्थापित हैं. सावन में इस अनोखे तीर्थ में आकर भक्त भी आनंद विभोर हो जाते हैं. सुबह से ही यहां भक्तों की भारी भीड़ दर्शन और पूजन के लिए चली आती है. 

बारह ज्योतिर्लिंग के दर्शनएक ही स्थान पर भगवान के सभी 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करने का मौका कौन हाथ से जाने देना चाहेगा. ओंकारेश्वर, त्रयम्बकेश्वर, बाबा विश्वनाथ और महाकालेश्वर नहीं जा सके तो भी कोई बात नहीं. द्वादश ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए आपको लम्बी-लम्बी यात्राएं नहीं करनी होगी बल्कि आप चले आइये जबलपुर. यहां भगवान शंकर के सभी बारह रूपों के दर्शन एक ही स्थान पर हो जायेंगे. दूर से ही नजर आने वाली देवाधिदेव महादेव की 75 फीट ऊंची दिव्य प्रतिमा के दर्शन तो सिर्फ यहीं होंगे. सावन में सुबह से ही जबलपुर के कचनार शिव मंदिर में भक्तों का तांता लग जाता है. दूर-दूर से भक्त भोले भंडारी के दर्शन और पूजन के लिए  चले आते हैं.

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शिव प्रतिमा बिल्कुल सजीवकई टन लोहे और कंक्रीट से बनी कचनार की यह शिव प्रतिमा बिल्कुल सजीव नजर आती है. 75  फीट ऊंची इस प्रतिमा को जो भी देखता है वो खुद को भगवान के बेहद करीब पाता है. तभी तो अपनी स्थापना के सिर्फ 16 सालों में ही इस मंदिर की ख्याति पूरे देश में है. मंदिर की सुन्दरता के कारण भक्तों को यहां अध्यात्मिक के साथ आत्मिक शांति भी मिलती है. 

2006 में दर्शन के लिए खुलाभगवान शिव की यह विशाल मूर्ति 2004 में बनकर तैयार हुई थी. 15 फरवरी 2006 में जन दर्शन और पूजा के लिए मंदिर को खोला गया था. इस मूर्ति की ऊंचाई 75 फीट है. यह एक गुफा के उपर स्थापित है. इस गुफा में 12 ज्योतिर्लिंग हैं जो कि देश के भिन्न-भिन्न शिव धार्मिक स्थलों से लाए गए हैं.

फ्लाइट से कैसे जाएंयह मंदिर जबलपुर के डुमना हवाई अड्डे से केवल 20 किलोमीटर की दूरी पर है.जबलपुर से मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, कोलकोता, बेंगलुरु, हैदराबाद, भोपाल और इंदौर के लिए फ्लाइट उपलब्ध है.

ट्रेन से कैसे जाएंजबलपुर मध्य भारत का एक प्रमुख रेलवे स्टेशन है. इस शहर में पश्चिम-मध्य रेलवे का जोनल कार्यालय है. जबलपुर रेलवे स्टेशन की रेल कनेक्टिविटी दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, पुणे, वाराणसी, आगरा, ग्वालियर, भोपाल, इंदौर, नागपुर, रायपुर, इलाहाबाद, पटना, हावड़ा, लखनऊ, गुवाहाटी, जयपुर जम्मू जैसे भारत के अनेक शहरों और पर्यटन स्थलों के साथ है. जबलपुर से गुजरने वाली सभी महत्वपूर्ण ट्रेनें यहां रुकती हैं. यहां मुंबई-हावड़ा रेल ट्रैक पर स्थित है.

सड़क मार्ग से कैसे जाएंजबलपुर सड़क मार्ग से भी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है. ओल्ड राष्ट्रीय राजमार्ग-7 जबलपुर से गुजरता है जो वाराणसी से कन्याकुमारी को जोड़ता है. जबलपुर से जुड़े निकटवर्ती महत्वपूर्ण शहर नागपुर, भोपाल, रायपुर, खजुराहो आदि हैं. सड़क मार्ग द्वारा जबलपुर से भारत में किसी भी स्थान पर जाया जा सकता हैं. इसके पास वाराणसी, इलाहाबाद, रायपुर, भोपाल, छतरपुर (खजुराहो के लिए), कान्हा नेशनल पार्क, छिंदवाड़ा, सागर जैसे शहरों के साथ सीधी बस कनेक्टिविटी है.

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