Madhya Pradesh News: राजनीति में कब किसकी पूछपरख बढ़ जाए ये कहां नहीं जा सकता. जैसे कि इन दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में देखने को मिल रहा है. लोकल चुनाव नगरीय निकाय जिला पंचायत जनपद पंचायत के चुनाव में दरकिनार रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के समर्थक प्रभारी मंत्री प्रभुराम चौधरी (Prabhuram Choudhary) की जिले में अचानक पूछपरख बढ़ गई है.
अलग-अलग दो कार्क्रमों में शामिलदरअसल 15 दिनों में दो अलग-अलग कार्यक्रमों में प्रभुराम चौधरी शामिल हुए. प्रभारी मंत्री प्रभुराम चौधरी की अचानक बढ़ी पूछपरख से जिले के राजनीतिक गलियारों में चर्चा हो रही है. गौरतलब है कि केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक प्रभुराम चौधरी को जिले के पालक मंत्री की कमान सौंपी गई है. इससे पहले के प्रभारी मंत्रियों के साथ देखने में आया था कि जिले के हर छोटे बड़े कार्यक्रमों में उनकी उपस्थिति देखने को मिलती थी. प्रभुराम चौधरी के साथ ऐसा नहीं रहा. जिले में उनकी एंट्री कभी कभार ही देखने को मिलती है. वहीं इन दिनों अचानक ही उनकी पूछपरख बढ़ी हुई नजर आ रही है. 15 दिनों में दो बार पहले बुधनी तो अब सीहोर विधानसभा के समारोह में जिले के पालक मंत्री प्रभुराम चौधरी शामिल हुए.
शपथ समारोह में नहीं आए नजरबीते दो महीने पहले जिले में निकाय, जनपद सहित जिला पंचायत के चुनाव संपन्न हुए. इन चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को गजब की सफलता मिली. कोठरी नगर पंचायत को छोड़कर बाकी सभी निकाय व जनपद व जिला पंचायत में बीजेपी काबिज हुई. इन संस्थाओं में बकायादा शपथ समारोह आयोजित हुए. सभी समारोह से जिले के पालक मंत्री प्रभुराम चौधरी अनुपस्थित रहे. इतना ही नहीं इन संस्थाओं में लगाए गए बैनर पोस्टरों से भी प्रभारी मंत्री प्रभुराम चौधरी के फोटो नदारद दिखे. मंत्री की यह अनदेखी जिले की राजनीति में चर्चाओं का केन्द्र बनी रही थी.
पहले बुधनी तो अब सीहोर में शामिलजिले के पालक मंत्री प्रभुराम चौधरी एक पखवाड़े में जिले के दो अलग-अलग आयोजनों में शामिल हुए. बुधनी में एक पखवाड़े पूर्व आयोजित रोजगार मेले में सीएम सहित प्रभारी मंत्री पहुंचे. जबकि चार दिन पहले सीहोर विधानसभा क्षेत्र में आयोजित भूमिपूजन समारोह जिले के प्रभारी मंत्री प्रभुराम चौधरी की मौजूदगी में आयोजित किया गया. सीएम के गढ में प्रभारी मंत्री प्रभूराम चौधरी के अचानक बढ़े दौरे को आगामी विधानसभा चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है.
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