Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के गृह जिले उज्जैन में बिजली विभाग के कर्मचारियों ने खंबा लगाने के लिए आठ रुपये की रिश्वत मांगी. शख्स ने लाइनमैन को चार हजार रुपये रिश्वत देने के बाद लोकायुक्त पुलिस से शिकायत कर दी. इसके बाद लोकायुक्त पुलिस ने लाइनमैन को चार हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा.
लोकायुक्त डीएसपी बसंत श्रीवास्तव ने बताया कि विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड उज्जैन में लाइनमैन के पद पर पदस्थ रामचंद्र धाकड़ को चार हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा, खाचरोद तहसील के घिनौदा चौपाटी से उसे रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया. लोकायुक्त पुलिस ने बताया कि लाइनमैन रामचंद्र धाकड़ के खिलाफ पवन सागित्रा नाम के किसान ने शिकायत की थी.
पुलिस में शिकायत न करने के लिए ली रिश्वतशख्स ने लोकायुक्त पुलिस को बताया कि उनके खेत में ट्रैक्टर चलाते समय गलती से खंभे से टकरा गया, जिससे खंभा गिर गया. इसी बिजली के पोल को लगाने के लिए लाइनमैन रामचंद्र धाकड़ ने आठ हजार रुपये की मांग की. बताया जा रहा है कि लाइनमैन ने पुलिस में शिकायत नहीं करने और दोबारा पोल खड़ा करने के नाम पर रिश्वत की मांग की थी.
इस तरह का पहला मामलालोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई के दौरान लाइनमैन ने अपनी सफाई में कहा कि, उसने बिजली का बिल भरने के नाम पर रकम ली थी. बता दें विद्युत वितरण कंपनी के कर्मचारियों को लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत के मामले में पहले भी पकड़ा है, लेकिन विद्युत पोल लगाने के नाम पर रिश्वतखोरी का यह पहला मामला सामना आया है. बताया जा रहा है कि किसान की शिकायत के बाद पुलिस ने जाचं की उसके यह कार्रवाई की गई.