MP News: लैंड पूलिंग एक्ट पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के साथ है. किसानों की भलाई के लिए सरकार महत्वपूर्ण कदम उठा रही है. मुख्यमंत्री ने कहा, "मैं खुद किसान पुत्र हूं. हर हाल में राज्य का विकास किया जाएगा. हम किसानों के साथ हैं. किसानों की जिंदगी बेहतर बनाने के लिए सरकर निरंतर काम करती रहेगी." बता दें कि कांग्रेस लैंड पूलिंग एक्ट के विरोध में आ गई है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आंदोलन की चेतावनी दी है.
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार भी लैंड पूलिंग एक्ट के खिलाफ मुखर हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि मोहन यादव की सरकार किसान विरोधी कदम उठा रही है. विरोध के बीच मुख्यमंत्री का कहना है कि सरकार किसानों को बराबरी पर लाना चाहती है. गौरतलब है कि लैंड पूलिंग एक्ट की आड़ में कांग्रेस को बीजेपी पर पहमला करने का मौका मिल रहा है. उज्जैन से लेकर भोपाल तक लैंड पूलिंग एक्ट का विरोध शुरू हो गया है. रतलाम जिले के आलोट से विधायक चिंतामणि मालवीय ने भी नाराजगी जताई है.
लैंड पूलिंग एक्ट का क्यों हो रहा विरोध?
चिंतामणि मालवीय मूल रूप से उज्जैन के रहने वाले हैं. कांग्रेस के विधायक महेश परमार भी लैंड पूलिंग को लेकर लगातर विरोध कर रहे हैं. दूसरी तरफ भोपाल में भी लैंड पूलिंग एक्टर का विरोध शुरू हो गया है. कांग्रेस ने लैंड पूलिंग एक्ट के खिलाफ 28 मार्च से आंदोलन खड़ा करने का ऐलान किया है.
जीतू पटवारी ने BJP पर साधा निशाना
आंदोलन की शुरुआत सिंगरौली से होगी. जीतू पटवारी ने किसान संगठनों का भी सहयोग मांगा है. मध्य प्रदेश सरकार ने लैंड पूलिंग एक्ट में बदलाव करते हुए गुजरात मॉडल को हरी झंडी दे दी है. मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का कहना है कि 40 हैक्टेयर से अधिक भूमि के निवेश पर यह नियम लागू होगा.
ये भी पढ़ें-