Indore News: साल 2023 के मार्च महीने की 30 तारीख सभी को याद है. इस दिन इंदौर में स्थित एक बावड़ी एक साथ 36 लोगों के लिए काल बन गई थी. रामनवमीं पूजन के दौरान यह दर्दनाक हादसा घटित हुआ था. शवों को निकालने के लिए सेना की मदद लेना पड़ी थी. हादसे के दौरान 33 लोगों के शव बावड़ी से निकाले गए थे, जबकि बाद में तीन लोगों ने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ा था. बता दें कि 30 मार्च 2023 के दिन इंदौर के सपना-संगीता रोड स्थित बालेश्वर महादेव झूलेलाज मंदिर परिसर में स्थित प्राचीन बावड़ी पर बैठकर श्रद्धालु पूजा अर्चना कर रहे थे. ज्यादा वजन होने की वजह से बावड़ी धराशायी हो गई और श्रद्धालु भी बावड़ी में गिर गर थे. 40 फीट गहरी बावड़ी धंसने से उसमें एक साथ कई लोग गिर गए थे. बावड़ी में 8 से 10 फीट तक पानी भी भरा था. लोगों को बचाने के लिए सेना का सहारा लेना पड़ा था. एक साथ हुई थी 33 लोगों की मौतहादसे में सेना और प्रशासन की टीम ने एक-एक 33 शव बावड़ी से निकाले थे, जबकि कई लोग अस्पताल में भर्ती किए थे. इनमें तीन की हालत गंभीर होने पर उन्होंने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था. इस तरह कुल मिलाकर इस हादसे में 36 लोगों की मौत हो गई थी. हादसे के बाद सरकार की ओर से मृतकों के परिजन को 4-4 लाख ओबीसी फंड से, 5-5 लाख मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान से, 2-2 लाख पीएम रिलीफ फंड व घायलों को 50-50 हजार रुपए के साथ 10-10 हजार रेडक्रॉस की ओर से दिए गए थे. 19 को पहुंचाया था अस्पतालइस हादसे के बाद सेना व प्रशासन की टीम ने कई लोगों की जान भी बचाई थी. प्रशासन व सेना की टीम ने 19 लोगों को बावड़ी से निकालकर अस्पताल पहुंचाया था, जिनमें बाद में 3 लोगों ने दम तोड़ दिया था. यह हादसा पूरे देश भर में गूंज उठा था. तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस हादसे के बाद व्यवस्था पर लगातार नजर बनाए हुए थे.
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