Bhopal News: मध्य प्रदेश में युवाओं का जवां दिल भी कमजोर हो गया है. 108 एंबुलेंस की जारी रिपोर्ट के अनुसार 2023 में प्रदेश के 45 हजार से ज्यादा लोगों को दिल में दर्द के बाद एंबुलेंस से अस्पताल ले जाना पड़ा. इसमें हैरान करने वाली बात ये है कि अधिकतर मरीज युवा वर्ग के शामिल हैं.


मध्य प्रदेश 108 एंबुलेंस की जारी रिपोर्ट के अनुसार, साल 2023 में प्रदेश के 45 हजार लोगों को दिल की बीमारी की समस्याओं की वजह से अस्पताल पहुंचाना पड़ा. इन मरीजों में युवाओं की संख्या अधिर रही है. जारी रिपोर्ट के अनुसार, 15 से 20 साल की आयु वाले 2 हजार 228 मरीज दिल में तकलीफ के बाद अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे. जबकि 21 से 40 साल के 17 हजार 723 मरीज, 41 से 60 साल के 16 हजार 603 मरीज और 61 साल से अधिक उम्र के 7 हजार 62 मरीजों को अस्पताल पहुंचाया गया. 


दिल की बीमारियों से मौत का आंकड़ा
इन मामलों में मरीजों को सीने में दर्द, बैचेनी, उल्टी, पसीना और चक्कर जैसी बीमारी से परेशान थे. इसके अलावा सांस लेने में परेशानी, जबड़े, गर्दन, कमर, हाथ या कंधों में दर्द की वजह से अस्पताल पहुंचाया गया. हालांकि डॉक्टर युवाओं में इस तरह की बीमारी के लिए उनकी दिनचर्या और खान पान को जिम्मेदार मानते हैं. मीडिया में छपी खबर के मुताबिक, बीते साल हर एक लाख मौत में से 28 हजार लोगों ने इसी दिल से संबंधित बीमारियों से अपनी जवान गंवाई है.


ये है प्रमुख कारण
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. बी.के. चतुर्वेदी के अनुसार, "बदलते समय के साथ-साथ जीवन शैली में बदलाव आया है. अब लोग जंक फूड के ज्यादा शौकीन हो गए हैं. काम का बोझ और तनाव रक्त वाहिकाओं पर असर डालता है." उन्होंने बताया कि "देर रात तक जागने की वजह से अनिद्रा की स्थिति बनती है. बीमारी की वजह से संयंमित खान-पान बहुत जरुरी है." 


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