MP News: मध्य प्रदेश में बिजली कर्मियों से ड्यूटी के दौरान दुर्व्यवहार और मारपीट करना भारी पड़नेवाला है. राज्य के प्रमुख सचिव ऊर्जा ने सीधे केस दर्ज कराने का बिजली कंपनियों को आदेश दिया है. संजय दुबे ने कहा कि शासकीय कामकाज में बाधा डालने के तौर पर संज्ञान ले कर तुरंत कानूनी कार्रवाई की जाए. उन्होंने अधिकारियों को साफ किया है कि किसी भी अप्रिय स्थिति में बिजली कर्मियों का मनोबल नहीं गिरने दें और आरोपियों पर सख्त कार्रवाई के लिए जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से तत्काल सम्पर्क कर आवश्यक सहयोग लें.


बिल वसूलने गई महिला अधिकारी को दी गाली


गौरतलब है कि पिछले दिनों मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अंतर्गत बिजली कर्मियों पर हमला करने और अभद्र व्यवहार कर शासकीय कार्य में बाधा डालने के दो मामले सामने आए थे. मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी, जबलपुर के जनसंपर्क अधिकारी के पी श्रीवास्तव ने बताया कि पहला मामला नरसिंहपुर जिले के ग्राम खुर्सीपार का है. कलाबाई कौरव के कृषि पंप कनेक्शन का बिजली बिल बकाया 52 हजार 448 रुपये था. कई बार नोटिस देने के बाद भी राशि की अदायगी नहीं हो रही थी. बकाया राशि वसूलने के लिए कनिष्ठ यंत्री ग्रामीण मोनिका नामदेव ने लाइन कर्मियों के साथ ग्राम खुर्सीपार जाकर 06 नग पाइप और 50 फुट तार की जब्ती बनाई गई. इस दौरान गिरिजा शंकर कौरव और अरविंद कौरव ने महिला अधिकारी के साथ गाली-गलौच कर जान से मारने की धमकी दी और बलपूर्वक जब्त सामग्री भी छीन ली.


मीटर रीडर पर कुल्हाड़ी से किया गया हमला


दूसरा मामला टीकमगढ़ जिले के ग्राम बैडरी पलेरा का है. बिजली बिल घर देने पहुंचे मीटर रीडर सुरेन्द्र अहिरवार को उपभोक्ता के बेटे प्रकाश अहिरवार ने कुल्हाडी से हमला कर घायल कर दिया. दोनों मामलों में कंपनी के अधिकारियों ने एफआईआर दर्ज कराई है. कंपनी के एमडी अनय द्विवेदी ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि बिजली कर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार या मारपीट की घटना होने पर तत्काल एफआईआर दर्ज कराई जाये और उच्चाधिकारियों को सूचित किया जाये.


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