MP News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के उज्जैन (Ujjain) जिले की सातों विधानसभा सीट पर तस्वीर साफ हो गई है. यहां पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस (Congress) आमने-सामने है, जबकि उज्जैन जिले की बड़नगर सीट पर त्रिकोणी मुकाबला देखने को मिल रहा है. यहां पर टिकट न मिलने पर कांग्रेस के एक नेता ने निर्दलीय मैदान में उतरने का मन बना लिया है.

  


उज्जैन जिले की सातों विधानसभा सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के कई बागियों ने अपने नामांकन वापस ले लिए हैं. नामांकन वापसी के आखिरी दिन 14 दावेदारों ने नाम वापसी कर ली. इसके बाद अब जिले की पूरी तस्वीर साफ हो गई है. उज्जैन जिले की 6 विधानसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के प्रत्याशी आमने-सामने है, जबकि बड़नगर सीट पर कांग्रेस के बागी राजेंद्र सिंह सोलंकी ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया है. उज्जैन जिले की बड़नगर सीट पर विधायक मुरली मोरवाल का टिकट काटकर कांग्रेस ने राजेंद्र सोलंकी को टिकट दिया था. जिसके बाद फिर टिकट बदल दिया गया. राजेंद्र सोलंकी ने टिकट बदलने से नाराज होकर निर्दलीय मैदान में उतारने का फैसला ले लिया. इससे कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ गई है.


पहली बार कांग्रेस दिखा रही है एकता
उज्जैन जिले की सात विधानसभा सीट पर 14 दावेदारों ने नामांकन वापस लिए. इसमें अधिकांश कांग्रेस के टिकट से नाराज होकर मैदान में उतरे थे. जिला निर्वाचन अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक नागदा-खाचरौद विधानसभा क्षेत्र से आकाश, विधानसभा क्षेत्र महिदपुर से मधु-दिनेश जैन बोस, अनिल आंचलिया, युनूस परवेज, श्यामसिंह चौहान, विधानसभा क्षेत्र तराना से मुकेश परमार, सुरेश बागरी और विधानसभा क्षेत्र उज्जैन दक्षिण से चंद्रविजय सिंह चौहान (छोटू बना) ने नाम वापस लिया. इसके अलावा विधानसभा क्षेत्र बड़नगर से कुलदीप बना, शांतिलाल धबाई, श्याम विश्नवानी, महेश पटेल, मोहनसिंह पलदूना और कैलाशचंद्र वाघेला ने अपने नाम वापस ले लिया है.


ये भी पढे़ं- MP Election 2023: ‘छिंदवाड़ा में पार्टी पोस्टर से राहुल गांधी गायब’, कांग्रेस पर हमलावर हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद