Madhya Pradesh Assembly Election 2023 News: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में वोटिंग के लिए अब महज दो दिन से भी कम समय शेष रह गया है. प्रदेश की सभी 230 सीटों पर 17 नवंबर को वोटिंग होनी है. पूरे प्रदेश में बुधवार (15 नवंबर) शाम से प्रचार-प्रसार पर ब्रेक लग जाएगा, ऐसे में सभी सियासी दल पूरे जोरशोर से प्रचार में जुटे हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले के सीहोर विधायक पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता रमेश सक्सेना ने गंभीर आरोप लगाते हुए बड़ा दावा किया है. रमेश सक्सेना चार बार विधायक रह चुके हैं.

चार बार के पूर्व विधायक सहकारी नेता रमेश सक्सेना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में पूर्व विधायक रमेश सक्सेना कहते सुनाई दे रहे हैं कि ''मैंने जो श्यामपुर में भाषण दिया था कि शुगर फैक्ट्री की जमीन से अवैध कब्जे हटवाए जाएंगे, उसमें मेरा मूल उद्देश्य कहने का यह था कि बीएसआई की लगभग एक हजार एकड़ जमीन पर सीहोर के विधायक के परिवार का अवैध कब्जा है.''  उन्होंने कहा, ''जमीन शासकीय है, इसलिए कब्जा अवैध ही माना जाएगा. सबसे पहले इस कब्जे को हटवाकर गरीबों में इस जमीन को बंटवाया जाएगा. रमेश सक्सेना जो कह देता है वो करके दिखाता है. इसके लिए अन्य भ्रष्टाचार, माइनिंग भ्रष्टाचार इन सब को निकलवा कर कार्रवाई करवाई जाएगी.''

सीहोर सीट से चार बार रह चुके विधायकवरिष्ठ सहकारी नेता रमेश सक्सेना सीहोर विधानसभा की सीट से चार बार विधायक रह चुके हैं. उन्होंने एक बार निर्दलीय प्रत्याशी के रूप से चुनाव जीता था, जबकि तीन बार बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंचे. साल साल 2013 के चुनाव में रमेश सक्सेना की पत्नी उषा सक्सेना ने निर्दलीय प्रत्याशी सुदेश राय से चुनाव हार गईं थी. साल 2018 के चुनाव में उषा सक्सेना निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरीं, लेकिन यहां भी वे जीत नहीं सकी. 2018 के चुनाव के बाद रमेश सक्सेना ने बीजेपी छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया था. इस बार यानी साल 2023 के चुनाव में पूर्व विधायक रमेश सक्सेना के पुत्र शशांक सक्सेना को कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया है, जबकि बीजेपी की ओर से दोबारा सुदेश राय मैदान में है. 

सीहोर से बीएसपी भी ठोक रही है तालबता दें, सीहोर विधानसभा का चुनाव इस बार बड़ा रोचक होता नजर आ रहा है. बीजेपी से जहां सुदेश राय मैदान में हैं, जबकि कांग्रेस से शशांक सक्सेना चुनावी मैदान में किस्मत आजमा रहे हैं. यहां से पहली बार बीएसपी भी पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ रही है. बीजेपी, कांग्रेस और बीएसपी उम्मीदवार चुनाव प्रचार के आखिरी दिन पूरे जोरशोर से चुनाव प्रचार में जुटे हैं. जिससे यहां मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है. 

ये भी पढ़ें: Watch: शिवराज के मंत्री का विवादित बयान- 'तुम्हारे बाप ने दूध पिलाया है...जहां से आए हो वहीं गाड़ देंगे'