Madhya Pradesh News: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर की आष्टा तहसील में डेढ़ दर्जन अवैध कॉलोनाइजरों पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की गई है. इन कॉलोनाइजरों ने लोगों को अपनी कालोनियों में बेहतर सुविधाएं देने का वादा किया था, लेकिन बाद में मुकर गए. पुलिस ने आष्टा तहसील के राजस्व निरीक्षक की रिपोर्ट पर अवेध कॉलोनाइजरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.

इनके खिलाफ हुई एफआईआरआष्टा थाना प्रभारी पुष्पेन्द्र राठौड़ के मुताबिक आष्टा तहसील के राजस्व निरीक्षक योगेश के पिता अवधनारायण श्रीवास्तव की रिपोर्ट पर कालोनाइजर आष्टा निवासी हेमराज परमार, हेमराज मेवाड़ा, चंद्रप्रकाश, अनिल सिंह, मुकेश सिंह, पप्पू वर्मा, निर्मल मेवाड़ा, विमल मेवाड़ा, शहजाद खान, आसिफ, चांद, धनकुंवर बाई, महेनद्र जाट, सोहेल बेग और जगदीश के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

सुविधाएं देने का किया था वादाबता दें कि आष्टा तहसील में कॉलोनाइजरों ने अपने घर का सपना संजोए लोगों को कई तरह की सुविधाएं देने का वादा किया था. जिनमें कालोनी के अंदर सीसी सडक़, नाली निर्माण, पार्क, मंदिर सहित अन्य सुविधाएं देने की बात कही गई थी, लेकिन कालोनी में मकान, प्लाट बिकने के बाद यह लोग अपने वादे से मुकर गए. अब नागरिकों को मूलभूत सुविधाओं के परेशान होना पड़ रहा है. नागरिकों की शिकायत पर ही प्रशासन अलर्ट हुआ और अवैध कॉलोनाइजरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई.

32 के खिलाफ होनी है एफआईआरबता दें कि अवैध कॉलोनाइजरों की लगातार शिकायतों के बाद आष्टा प्रशासन ने ऐसे 32 अवैध कॉलोनाइजरों की सूची बनाई है जिनके खिलाफ एफआईआर की जानी है. इसके चंद रोज पहले ही प्रशासन ने तीन अवैध कॉलोनाइजरों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. जबकि एक दिन पहले ही 12 अवैध कॉलोनाइजरों पर एफआईआर दर्ज की है. प्रशासन की सूची के मुताबिक अभी 12 अवैध कॉलोनाइजर और हैं जिनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जानाी है.

सीहोर में भी हो चुकी है एफआईआरबता दें अवैध कालोनियों के मामले में सीहोर जिला मुख्यालय पर भी बीते दो साल पहले दो दर्जन से अधिक अवैध कॉलोनाइजरों पर एफआईआर दर्ज की जा चुकी है. हालांकि इन कार्रवाईयों में एक भी अवैध कॉलोनाइजर की गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी. गिरफ्तारी के अभाव में ही अवैध कॉलोनाइजरों के हौंसले बुलंद होते जा रहे हैं.

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