MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में दोनों ही प्रमुख दलों के नेता विधानसभा चुनाव (Assembly Election) को लेकर पूरी तरह से मैदान में उतर गए हैं. चुनाव में अब महज छह-सात महीने का समय ही बचा है. ऐसे में कांग्रेस (Congress) की ओर से मालवा (Malwa) क्षेत्र को मजबूती देने की जिम्मेदारी पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) संभाल रहे हैं.
वहीं सत्ताधारी दल बीजेपी की और से यह जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर (Narendra Singh Tomar) के पास है. केन्द्रीय मंत्री तोमर शनिवार को राजधानी भोपाल (Bhopal) के नजदीकी जिले सीहोर (Sehore) पहुंचे. यहां उन्होंने बीजेपी नेताओं से से वन टू वन चर्चा की. चुनावों की तैयारियों को देखते हुए शनिवार को जिला मुख्यालय के एक रिसॉर्ट में भारतीय जनता पार्टी की बैठक का आयोजन किया गया था.
बीजेपी नेता हुए शामिलइस बैठक में सीहोर जिले की चारों ही विधानसभा क्षेत्रों से बीजेपी नेता शामिल हुए. बैठक के दौरान केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने बीजेपी नेताओं से बंद कमरे में वन टू वन चर्चा की. साथ ही मनमुटाव दूर करने के लिए भरसक प्रयास भी किए गए. हालांकि केन्द्रीय मंत्री तोमर मनमुटाव दूर करने के अपने प्रयासों में ज्यादा सफल होते नहीं दिखे.
विधायकों की होटल में क्यों होती है बैठकबैठक के दौरान केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर से बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जसपाल सिंह अरोरा ने भी मुलाकात की. बैठक के दौरान बीजेपी के वरिष्ठ नेता जसपाल सिंह अरोरा ने केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के समक्ष अपना पक्ष रखते हुए कहा कि सीहोर के भारतीय जनता पार्टी के विधायकों की बैठकें होटल में होती है. यह होटल शहर से चार किलोमीटर दूर है. ऐसे में शहर से कार्यकर्ताओं को यहां तक आने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. बीजेपी विधायकों की बैठक शहर के अंदर ही होनी चाहिए, ताकि कार्यकर्ता भी बैठक में शामिल हो सके.
फीडबैक ने बढ़ाई चिंताबता दें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का गृह जिला बीजेपी का गढ़ है. यहां की चारों ही विधानसभा सीटों पर बीजेपी का कब्जा है. वहीं तीन संसदीय क्षेत्रों में लगने वाले सीहोर जिले के तीनों ही सांसद बीजेपी से है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुदनी से स्वयं विधायक है, जबकि सीहोर से सुदेश राय, इछावर से सीनियर नेता करण सिंह वर्मा और आष्टा से और रघुनाथ सिंह मालवीय विधायक है. चुनाव पूर्व भारतीय जनता पार्टी ने सर्वे कराया है. सूत्रों की मानें तो यह सर्वे रिपोर्ट बेहतर नहीं बताई जा रही है.
केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के समक्ष जो फीडबैक है उसमें सीहोर, आष्टा और इछावर की हालत कमजोर है. इस फीडबैक को देखते हुए ही केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कार्यकर्ताओं को आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान एकजुट होकर मैदान में उतरने की नसीहत दी है.