भोपाल: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) के गृह जिला में सोमवार से आगामी छह दिन तक आंगनबाड़ी केंद्र ताले में कैद रहेंगे. सोमवार से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाएं 6 दिवसीय विरोध प्रदर्शन शुरू करने जा रही हैं. जिले के सभी 1435 आंगनबाड़ी केंद्रों में 6 दिनों तक ताले जड़े रहेंगे. प्रदर्शन के दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यकर्ताओं द्वारा कोई काम नहीं किया जाएगा. ये धरना रविन्द्र संस्कृतिक भवन टाउनहाल के पास किया जाएगा.


आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संघ की जिलाध्यक्ष ऊषा ठाकुर (Usha Thakur) के अनुसार, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका संघ भारतीय मजदूर संघ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं की मांगों को लेकर संघर्ष कर रहा है. कई मांगों को पूरा किए जाने को लेकर प्रदेश सरकार के द्वारा आश्वासन दिया जा चुका है. उसके बावजूद आज तक मांगों को पूरा नहीं किया गया है. राठौर ने बताया कि आंगनबाड़ी के सभी कार्यकर्ता ने निर्णय लिया है कि वह 23 जनवरी से शनिवार 28 जनवरी तक हड़ताल करेंगे. साथ ही कोई कार्य नहीं करेंगे. 

 

इन मांगों के लिए कर रहे हैं विरोध प्रदर्शन

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका संघ की जो मांग है उसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहायिकाओं और मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को शासकीय कर्मचारी घोषित कर सभी शासकीय सुविधाओं का लाभ प्रदान किए जाने सरकार के द्वारा घोषित 1500 रुपए एरियर्स के साथ भुगतान किया जाने, राज्य सरकार को केन्द्र सरकार से समन्वय कर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्तार्ओ की नियुक्ति प्रक्रिया के नियमों में संशोधन किए जाने, मानदेय या मानसेवा की जगह नियमित और सीधी भर्ती की जाने और नियमानवली बनाई जाने जब तक नियुक्ति प्रक्रिया में संशोधन नहीं किया जाता है तब तक अतिरिक्त मानदेय में केन्द्र से निर्धारित महंगाई भत्ते को लागू कर भुगतान किया जाये एवं कम से कम 18000-9000 रुपए कार्यकर्ता सहायिका को भुगतान किए जाने सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका और मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को विभाग की ओर से कम से कम पांच लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा कराया सहित अन्य मांगे हैं.

 

इन्होंने की अपील
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका संघ प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य कृष्णा परमार जिलाध्यक्ष उषा राठौर जिला उपाध्यक्ष महनाज खान ने कार्यकर्ता सहायिकाओं से आंदोलन को सफल बनाने की बात कही है.