MP News: मध्य प्रदेश सरकार का स्कूली शिक्षा विभाग हर साल करोड़ों रुपए खर्च कर रहा है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों के सरकारी स्कूल भवनों की हालत ठीक नहीं है. आलम यह है कि ठंड, गर्मी और बरसात तीनों मौसम में विद्यार्थियों को पढ़ाई करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इसके अलावा, कई गांव में तो उचित क्षमता वाला भवन तक नहीं है. ऐसी समस्या से जूझ रहे मंदसौर जिले की सीतामऊ तहसील के तितरोद गांव के विद्यार्थियों ने सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया. छात्र हाथों में स्लोगन लिखी हुई तख्तियां लेकर सड़क पर उतर गए. इसके बाद उन्होंने नारेबाजी करते हुए सड़क जाम कर दी. नए भवन की है जरूरतछात्रों ने विद्यालय के शिक्षक का ट्रांसफर रद्द करने और भवन की मांग को लेकर नारेबाजी की. इस घटना की सूचना मिलने के बाद तहसीलदार वैभव जैन ने मौके पर पहुंचकर छात्रों से बातचीत की. छात्र विवेक ने बताया कि उनके विद्यालय का भवन छोटा है. वर्तमान में नए भवन की जरूरत है. मुख्यमंत्री द्वारा सीएम राइस स्कूलों को खोला जा रहा है, लेकिन उनके गांव में स्कूल का भवन छोटा है. वे लंबे समय से अलग-अलग प्लेटफार्म पर मांग उठा रहे हैं, लेकिन उनकी मांग मंजूर नहीं की गई है. इस दौरान उनके विद्यालय के कुछ शिक्षकों का भी तबादला कर दिया गया है. उनका तबादला भी रद्द होना चाहिए.

Sehore News: सीहोर में सड़क नहीं होने से परेशान गांव वालों के सब्र का बांध टूटा, पदयात्रा कर बैठेंगे अनशन पर अधिकारियों को किया गया अलर्टतहसीलदार वैभव जैन ने एबीपी न्यूज़ से चर्चा के दौरान कहा कि विद्यार्थियों की समस्या वाजिब है. हायर सेकेंडरी के विद्यार्थियों को पंचायत भवन में बैठा कर भी पढ़ाया जा रहा है. उनका स्कूल भवन काफी छोटा है. विद्यार्थियों ने स्कूली शिक्षा मंत्री के स्थान पर उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव के नाम पर ज्ञापन सौंपा है. यह ज्ञापन भी विद्यार्थियों ने खुद ही तैयार किया था. उन्होंने विद्यालय के प्राचार्य का स्थानांतरण रद्द करने की भी मांग उठाई है. हालांकि, प्रिंसिपल ने खुद ही स्थानांतरण करवाया है. स्थिति से वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है.