Mahakaleshwar Mandir News: प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर के बाहर शिव भक्तों को दौड़ लगाकर अपनी मंजिल तक पहुंचाना पड़ रहा है. दरअसल भीषण गर्मी के कारण महाकालेश्वर मंदिर के आसपास की सड़क सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक तापती है. ऐसे में नग्न पैरों से श्रद्धालुओं को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है.



उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर पर सरकार ने श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मोटी रकम खर्च की है. महाकाल लोक निर्माण और दूसरे चरण के कार्यों पर लगभग 700 करोड़ से ज्यादा खर्च किए गए मगर भीषण गर्मी के कारण श्रद्धालुओं को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है.

काफी कठिन साबित हो रहा है श्रद्धालुओं के लिए
महाकालेश्वर मंदिर में जूता स्टैंड से मंदिर के बीच की दूरी तय करना श्रद्धालुओं के लिए काफी कठिन साबित हो रहा है. इसी वजह से दोपहर के समय श्रद्धालुओं की संख्या में काफी कमी देखने को मिल रही है. मंदिर समिति ने सड़क पर कुछ स्थानों पर मेटीन भी बिछाया है, मगर यह ऊंट के मुंह में जीरे के समान है.

छोटे बच्चे और बुजुर्गों को आ रही है ज्यादा दिक्कत
इंदौर से आए कुलदीप सिंह ने बताया कि भीषण गर्मी के दौरान मंदिर के आसपास पैदल चलना काफी मुश्किल हो रहा है. मुंबई से आई प्रतिभा सिंह ने कहा कि मंदिर समिति को इस ओर ध्यान देना चाहिए. श्रद्धालु नंगे पैर सड़कों पर चल नहीं पा रहे है. इसमें सबसे ज्यादा दिक्कत छोटे बच्चे और बुजुर्गों को आ रही है.

श्रद्धालुओं की समस्या का जल्द ही निराकरण होगा- कलेक्टर
उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि मंदिर परिसर और अन्य कई स्थानों पर मंदिर समिति की ओर से शामियाने और पैरों को गर्मी से बचने के लिए बिसात बिछाई गई है.  जहां पर श्रद्धालुओं को अधिक कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है, वहां भी मंदिर समिति की ओर से पर्याप्त इंतजाम किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर में गर्मी को देखते हुए श्रद्धालुओं के लिए ठंडा जल का भी कई स्थानों पर इंतजाम किया गया है. मंदिर में 10 बेड का अस्पताल भी शुरू किया गया है.


ये भी पढ़ें: क्या शिवराज सिंह चौहान को चुनौती दे पाएंगे कांग्रेस प्रत्याशी प्रताप भानु शर्मा? जानें उनकी रणनीति