MP News: सावन मास के सोमवार भगवान महाकाल की सवारी निकलती है, जिसमें राजाधिराज भगवान महाकाल प्रजा को अलग-अलग रूप में दर्शन देते हैं. सावन माह के चौथे सोमवार उमा महेश के रूप में प्रजा को दर्शन देंगे. महाकालेश्वर मंदिर के पंडित आशीष पुजारी ने बताया कि सावन माह में निकलने वाली सवारियों में भगवान अलग-अलग रूप के दर्शन होते हैं. इस बार भगवान महाकाल उमा महेश के रूप में नंदी पर सवार होकर प्रजा को दर्शन देंगे. पंडित आशीष पुजारी ने बताया कि भगवान के मन महेश, चंद्रमौलेश्वर रूप के पहले दर्शन हो चुके हैं. भगवान के अलग-अलग रूपों के दर्शन करने से अलग-अलग प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होती है. उमा महेश के दर्शन करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है. इसके अलावा शिव भक्तों को भगवान महाकाल के साथ साथ माता पार्वती का भी आशीर्वाद मिलता है. 


पुलिसकर्मियों को साफ हिदायत
भगवान महाकाल की तीसरी सवारी में पुलिसकर्मी की द्वारा श्रद्धालुओं के साथ अभद्रता का वीडियो वायरल हुआ था, जिसके बाद हिंदूवादी संगठन की ओर से आपत्ति भी दर्ज कराई गई थी. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने इस बार सवारी में मौजूद रहने वाले पुलिसकर्मियों को श्रद्धालुओं से किसी भी प्रकार का गलत बर्ताव नहीं करने के निर्देश दिए हैं. 


5 लाख श्रद्धालुओं के आगमन को लेकर इंतजाम 
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम और पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने महाकालेश्वर मंदिर दर्शन और सवारी व्यवस्था को लेकर 500000 श्रद्धालुओं के आगमन का आंकड़ा सामने रखकर इंतजाम करने के निर्देश दिए है. इस बार भी सवारी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहेंगे. इसके अलावा सवारी मार्ग की ऊंची इमारतों से पुलिसकर्मी दूरबीन से नज़र रखेंगे. 


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