Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में अपने मकान, दुकान, कार्यालय, कारखाने और अन्य परिसर पर सौलर पैनल्स लगाकर सूरज की किरणों से बिजली तैयार करने वालों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है. अब मालवा और निमाड़ क्षेत्र में कुल 10,650 स्थानों पर रूफटॉप सोलर नेट मीटर योजना के तहत सेटअप लगाकर बिजली तैयार हो रही है. उपभोक्ता प्रतिमाह 4 से साढ़े 4 करोड़ रुपये बाजार कीमत की बिजली तैयार कर रहे हैं. यह पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक बेहतर पहल है.


मध्य प्रदेश के पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि रूफटॉप सोलर नेट मीटर केंद्र और राज्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली योजना है. इस पर कंपनी हर संभव पहल कर इच्छुक बिजली उपभोक्ताओं को अपने परिसरों पर सोलर पैनल्स लगाने के आवेदनों का तेजी से निराकरण कर मंजूरी देती है. पिछले 6 महीने में ही कंपनी स्तर पर पौने दो हजार लोगों को मंजूरी दी गई है. तोमर ने कहा कि वर्तमान में इंदौर शहर, सुपर कॉरिडोर, बायपास पर कुल 6300 जगहों पर सूरज की किरणों से बिजली तैयार हो रही है.


इन जिलों में लगे इतने सोलर पैनल
इसी तरह उज्जैन जिले में 1,310 स्थानों पर, रतलाम जिले में 450 स्थानों पर, खरगोन जिले में 360 स्थानों पर, नीमच जिले में 280 स्थानों पर, देवास जिले में 260 स्थानों पर, मंदसौर जिले में 205 स्थानों पर सूरज की किरणों से बिजली तैयार हो रही है. कंपनी क्षेत्र के सभी 55 कार्यपालन यंत्रियों को रूफटॉप सोलर नेट मीटर प्रकरण मंजूरी का अधिकार है. इसकी नियमित रूप से समीक्षा भी होती है. कोयले और पानी से बिजली बनाने की बजाए सूरज की किरणों से बिजली तैयार करना पर्यावरण के लिए बहुत हितकारी पहल है. इस दिशा में कंपनी क्षेत्र के बिजली उपभोक्ताओं की रुचि और समर्पण सराहनीय है. 


स्मार्ट मीटर वाला दसवां शहर बना जोबट
इंदौर संभाग के आलीराजपुर जिले के जोबट नगरीय क्षेत्र में सोमवार से अत्याधुनिक स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू किया गया. इसके पहले इंदौर, महू, खरगोन, उज्जैन, रतलाम, देवास, मंदसौर, झाबुआ, सेंधवा में स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू हुआ था. पश्चिम क्षेत्र कंपनी ने अब तक पांच लाख स्मार्ट मीटर लगाए हैं, नगरीय क्षेत्रों में भी स्मार्ट मीटर लगाने का काम किया जा रहा है.