Madhya Pradesh Election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में विजय हासिल करने के लिए बीजेपी ने अलग तरह की रणनीति बनाई है. इस रणनीति के तहत चार अलग-अलग राज्यों के विधायक प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर भ्रमण कर लोगों से फीडबैक लेंगे. अपने फीडबैक से वो बीजेपी के राष्ट्रीय नेतृत्व को अवगत कराएंगे. इन प्रवासी विधायकों द्वारा दिए जाने वाले फीडबैक के आधार पर ही बीजेपी चुनाव लड़ेगी.


आपको बता दें कि प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में लोगों से फीडबैक लेने के लिए बीजेपी चार राज्य गुरारात, महाराष्ट्र, बिहार और उत्तर प्रदेश से विधायक बुलाए हैं. इन विधायकों को एक दिन पहले ही भोपाल की निजी रिसोर्ट में प्रशिक्षण दिया गया है. प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद ये विधायक आज से अपने काम पर लग जाएंगे. यह विधायक आज 20 अगस्त से 27 अगस्त प्रदेश की विभिन्न सीटों पर भ्रमण कर स्थानीय जनप्रतिनिधियों सहित जनता से फीडबैक लेंगे. 


127 सीटों पर विशेष फोकस
प्रशिक्षण प्राप्त विधायक मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से 127 सीटों पर विशेष फोकस देंगे.इन 127 सीटों पर बीजेपी पहले से काबिज है. इन सीटों पर मौजूदा विधायकों के हालातों का जायजा लेंगे, ये भी देखेंगे कि इन विधायकों से क्षेत्र की जनता कितनी खुश और कितनी नाखुश है. ये विधायक जनता का फीडबैक उनकी जुबानी शब्दों में लिखकर आलाकमान तक पहुंचाएंगे.इसके बाद आलाकमान तय करेगा कि मौजूदा विधायक को टिकट देना है या नहीं.
 
इन बिदुआं पर लेंगे फीडबैक
फील्ड में जाने वाले प्रशिक्षण विधायकों को जो बिन्दु दिए गए हैं, उसके मुताबिक मौजूदा विधायकों की स्थिति, क्षेत्र में एंटी इनकम्बेंसी की स्थिति, एंटी इनकम्बेंसी कैसे दूर करेंगे, जिताऊ चेहरा दावेदार कौन, हारी हुई सीटों को जीतने की क्या हो रणनीति, भितरघात की कितनी आशंका है, पार्टी के मैदान मंडल-बूथ कार्यकर्ता का फीडबैक आदि बिदुओं पर चर्चा करेंगे. 


प्रशिक्षण प्राप्त प्रवासी विधायकों को खासतौर से जिम्मेदारी दी गई है कि अन्य दलों से बीजेपी में शामिल हुए नेताओं का भी फीडबैक जनता से लेंगे. इन विधायकों को समझाईश दी गई है कि वे स्थानीय बीजेपी के ठिकानों पर न रुके, बगैर किसी के दबाव में आए हकीकत को जानें. 


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